India News(इंडिया न्यूज),Hindu dharam: हिंदू धर्म में कुल 18 पुराणों का वर्णन किया गया है। इन्हीं पुराणों में से एक है गरुड़ पुराण। यह एक ऐसा ग्रंथ है जो व्यक्ति के कर्मों और उसके आधार पर उसे मिलने वाले अच्छे-बुरे परिणामों के बारे में बताता है। जब किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो उसकी आत्मा को शांति देने के लिए घर में 13 दिनों तक गरुड़ पुराण का पाठ किया जाता है। गरुड़ पुराण सुनने से व्यक्ति चाहे तो अपने कर्म बदल सकता है क्योंकि इस पुराण में ऐसी कई बातें हैं जो उसका जीवन बदल सकती हैं।
आपको बता दें कि गरुड़ पुराण में ऐसी कई आदतों का जिक्र किया गया है, जो व्यक्ति को दरिद्रता की ओर ले जाती हैं। अगर समय रहते इन्हें न बदला जाए तो व्यक्ति घोर नर्क भोगता है और उसकी आत्मा को काफी कष्टों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में आइए भागवताचार्य पंडित राघवेंद्र शास्त्री से जानते हैं कि वो कौन सी आदतें हैं जो व्यक्ति को नर्क के द्वार पर ले जाती हैं और जीते जी दरिद्रता की ओर ले जाती हैं।
Garuda Puran: मौत के बाद आत्मा को मिलता है असली दर्द
आलस्य हर व्यक्ति के जीवन का सबसे बड़ा दुश्मन है। जो व्यक्ति रात को देर से सोता है और सुबह देर से उठता है, वह अपने जीवन में कभी सफल नहीं हो पाता। सुबह जल्दी उठने से न केवल आपका स्वास्थ्य बेहतर होगा बल्कि आप अपने कीमती समय का भी सदुपयोग कर पाएंगे। सुबह जल्दी उठने की आदत व्यक्ति को उसकी मनचाही चीजें पाने में भी मदद करती है।
गरुड़ पुराण के अनुसार, जो लोग प्रतिदिन स्नान नहीं करते और गंदगी में रहते हैं, वे दरिद्र होते हैं। दरिद्र व्यक्ति के पास लक्ष्मी नहीं आती और उसे बार-बार असफलता का सामना करना पड़ता है। जो व्यक्ति प्रतिदिन स्नान करता है और साफ-सफाई रखता है, उसके पास देवी लक्ष्मी निवास करती हैं। शास्त्रों में कहा गया है कि व्यक्ति को सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करना चाहिए और भगवान का ध्यान करना चाहिए।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, रात को रसोई को कभी भी गंदा नहीं छोड़ना चाहिए। व्यक्ति को रात को सोने से पहले रसोई को व्यवस्थित करना चाहिए और इस्तेमाल किए गए बर्तनों को धोना चाहिए। गरुड़ पुराण के अनुसार, जिस घर में रसोई गंदी होती है, वहां धन नहीं टिकता और वहां नकारात्मक शक्तियां निवास करती हैं।
आपने कभी न कभी सुना होगा कि लालच बुरी चीज है, लेकिन शायद ही आपको पता हो कि यह लालच आपकी सफलता में सबसे बड़ी बाधा है। गरुड़ पुराण के अनुसार, लालची व्यक्ति कभी भी खुश नहीं रह सकता। ऐसा व्यक्ति हमेशा दूसरों के धन पर नजर रखता है और खुद के सुखी जीवन से भी खुश नहीं रहता।
गरुड़ पुराण के अनुसार, दूसरों की आलोचना करने वालों से देवी लक्ष्मी कभी प्रसन्न नहीं होती हैं। आलोचक कभी सकारात्मक नहीं सोचता और नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है। उसका मन हमेशा बेचैन रहता है और यह आदत उसे दरिद्रता की ओर ले जाती है