होम / जानें मोहर्रम के 5वें दिन इमाम हुसैन के किन साथियों को किया जाता है याद? क्या है वजह!

जानें मोहर्रम के 5वें दिन इमाम हुसैन के किन साथियों को किया जाता है याद? क्या है वजह!

Prachi Jain • LAST UPDATED : July 12, 2024, 2:34 pm IST
ADVERTISEMENT

संबंधित खबरें

जानें मोहर्रम के 5वें दिन इमाम हुसैन के किन साथियों को किया जाता है याद? क्या है वजह!

India News (इंडिया न्यूज़), Moharram: मोहर्रम के 5वें दिन, इमाम हुसैन के कुछ विशेष साथियों को याद किया जाता है जो कर्बला की घटना में उनके साथ थे और जिन्होंने अपने जीवन का बलिदान दिया था। इस दिन खासतौर पर हज़रत क़ासिम इब्न हसन को याद किया जाता है, जो इमाम हसन के बेटे और इमाम हुसैन के भतीजे थे।

हज़रत क़ासिम इब्न हसन एक युवा योद्धा थे जिन्होंने कर्बला की लड़ाई में बहादुरी से लड़ाई लड़ी और शहीद हुए। उनकी बहादुरी और बलिदान की कहानी इस्लामी इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है। उनकी उम्र केवल 13 साल थी जब उन्होंने कर्बला में युद्ध किया और शहीद हुए। उनकी शहादत इस बात का प्रतीक है कि कर्बला की लड़ाई सिर्फ पुरुषों की नहीं थी, बल्कि उसमें छोटे बच्चों और युवाओं ने भी अपने प्राणों की आहुति दी थी।

मोहर्रम के इस दिन को याद करना और उनकी शहादत को सम्मान देना, हमें यह सिखाता है कि सच्चाई और न्याय के लिए लड़ाई में उम्र कोई मायने नहीं रखती। यह हमें यह भी याद दिलाता है कि कर्बला की लड़ाई में शामिल हर शहीद का बलिदान मानवता और सत्य की विजय के लिए था।

मोहर्रम के 5वें दिन, कर्बला के मैदान में शहीद होने वाले अन्य महत्वपूर्ण व्यक्तित्वों को भी याद किया जाता है। इनमें हज़रत क़ासिम इब्न हसन के अलावा निम्नलिखित लोग भी शामिल हैं:

1. हज़रत अब्दुल्लाह इब्न मुसलिम:

अब्दुल्लाह इमाम हुसैन के एक और युवा साथी थे, जो कर्बला में शहीद हुए। वे इमाम हुसैन के कज़िन थे और हज़रत अली की बहन उमे फ़रवा के बेटे थे। उनकी शहादत भी कर्बला की घटनाओं में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है।

2. हज़रत औन इब्न अब्दुल्लाह:

हज़रत औन इमाम हुसैन के भतीजे थे। उनके पिता अब्दुल्लाह इब्न जाफर थे और माता ज़ैनब थीं। औन भी कर्बला में शहीद हुए और उनकी शहादत ने कर्बला की लड़ाई को और भी दिल को छू लेने वाली बना दी।

3. हज़रत अली अकबर इब्न हुसैन:

हज़रत अली अकबर इमाम हुसैन के बड़े बेटे थे। उनकी उम्र लगभग 18-19 साल थी। वे अपने पिता के साथ कर्बला की लड़ाई में शामिल हुए और वीरता पूर्वक लड़ते हुए शहीद हो गए। उनकी शहादत को इस्लामी इतिहास में उच्च स्थान प्राप्त है और उनकी बहादुरी की कहानियाँ आज भी सुनाई जाती हैं।

4. हज़रत अली असगर (अब्दुल्लाह) इब्न हुसैन:

हज़रत अली असगर इमाम हुसैन के सबसे छोटे बेटे थे, जिनकी उम्र मात्र 6 महीने थी। जब पानी की कमी के कारण बच्चों और महिलाओं की हालत बिगड़ने लगी, तो इमाम हुसैन ने अली असगर को दुश्मनों से पानी मांगने के लिए उठाया। इसके बावजूद, वे भी शहीद हो गए। उनकी शहादत कर्बला की सबसे मार्मिक घटनाओं में से एक मानी जाती है।

कर्बला की घटना और मोहर्रम की रस्में हमें यह याद दिलाती हैं कि सच्चाई, न्याय और धार्मिक सिद्धांतों की रक्षा के लिए कितना बड़ा बलिदान दिया गया था। इमाम हुसैन और उनके साथियों की शहादत का महत्व इस्लामिक इतिहास में अमिट है और इसे हर साल मोहर्रम के दौरान बड़ी श्रद्धा और सम्मान के साथ याद किया जाता है।

Disclaimer: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है। पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

महज 14 दिनों में 158 लड़कों के साथ पॉर्न स्टार ने किया संभोग, मां खुद लाकर देती थी कंडोम, पिता बांटते थे बिजनेस कार्ड
महज 14 दिनों में 158 लड़कों के साथ पॉर्न स्टार ने किया संभोग, मां खुद लाकर देती थी कंडोम, पिता बांटते थे बिजनेस कार्ड
CBSE ने किया 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा की तारीखों का ऐलान, 15 फरवरी से शुरू
CBSE ने किया 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा की तारीखों का ऐलान, 15 फरवरी से शुरू
इंडिया गेट के सामने भारी भीड़ के बीच सिर्फ तौलिया पहनकर लड़की ने किया ये घिनौना काम, देखने वाले लोगों की शर्म से झुक गईं आंखें, आप भी हो जाएंगे पानी-पानी
इंडिया गेट के सामने भारी भीड़ के बीच सिर्फ तौलिया पहनकर लड़की ने किया ये घिनौना काम, देखने वाले लोगों की शर्म से झुक गईं आंखें, आप भी हो जाएंगे पानी-पानी
इस मुस्लिम राष्ट्र में हिंदुओं को दी जा रही तालिबानी सजा, शख्स को जंजीरों में बांधकर लटकाया गया, वीडियो देख कांप जाएंगी रूहें
इस मुस्लिम राष्ट्र में हिंदुओं को दी जा रही तालिबानी सजा, शख्स को जंजीरों में बांधकर लटकाया गया, वीडियो देख कांप जाएंगी रूहें
समरावता पहुंचे किरोड़ी लाल मीणा का ग्रामीणों ने किया विरोध, बोले- ‘न्याय दिला दो,वरना हम …’
समरावता पहुंचे किरोड़ी लाल मीणा का ग्रामीणों ने किया विरोध, बोले- ‘न्याय दिला दो,वरना हम …’
Himachal News: हिमाचल सरकार देगी इन महिलाओं को घर बनाने के लिए देगी चार लाख रुपये की आर्थिक मदद, पहले जान लें ये नियम और शर्तें
Himachal News: हिमाचल सरकार देगी इन महिलाओं को घर बनाने के लिए देगी चार लाख रुपये की आर्थिक मदद, पहले जान लें ये नियम और शर्तें
सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करने वाली महिला कैसे बन गई अघोरी, आखिर क्यों 13 साल पहले सबकुछ त्याग कर चुन लिया श्मशान का रास्ता? सच्चाई जान उड़ जाएंगे होश
सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करने वाली महिला कैसे बन गई अघोरी, आखिर क्यों 13 साल पहले सबकुछ त्याग कर चुन लिया श्मशान का रास्ता? सच्चाई जान उड़ जाएंगे होश
अफगानिस्तान की इस चीज से मिलती है 100 घोड़े जितनी ताकत, 350 रुपये की कीमत की चीज भारत में है 800 रुपये
अफगानिस्तान की इस चीज से मिलती है 100 घोड़े जितनी ताकत, 350 रुपये की कीमत की चीज भारत में है 800 रुपये
Barmer News: राजस्थान में फिर बड़ी लापरवाही, अब150 फीट गहरे बोरवेल में गिरा मासूम, रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी टीमें
Barmer News: राजस्थान में फिर बड़ी लापरवाही, अब150 फीट गहरे बोरवेल में गिरा मासूम, रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी टीमें
खबरदार! घाटी में जारी बर्फबारी के बीच घुस सकते हैं 120 पाकिस्तानी आतंकी? खुफिया जानकारी के बाद हाई अलर्ट पर हैं देश की तीनों सेनाएं
खबरदार! घाटी में जारी बर्फबारी के बीच घुस सकते हैं 120 पाकिस्तानी आतंकी? खुफिया जानकारी के बाद हाई अलर्ट पर हैं देश की तीनों सेनाएं
हाईस्कूल फेल लड़के से ग्रेजुएट लड़की की हो रही थी शादी, सात फेरों से दूल्हे का ये राज; फिर दुल्हन ने उम्मीदों पर पानी फेर दिया
हाईस्कूल फेल लड़के से ग्रेजुएट लड़की की हो रही थी शादी, सात फेरों से दूल्हे का ये राज; फिर दुल्हन ने उम्मीदों पर पानी फेर दिया
ADVERTISEMENT