India News (इंडिया न्यूज), Secret Behind Draupadi’s Beauty: महाभारत का युद्ध इतिहास में अब तक का सबसे विनाशकारी युद्ध माना जाता है, जिसमें 18 दिनों में करोड़ों योद्धा मारे गए थे। इस युद्ध के मूल में द्रौपदी का अपमान और उससे उपजा प्रतिशोध ही था। द्रौपदी का जीवन रहस्यों और संघर्षों से भरा हुआ था। अग्निकुंड से जन्म लेने वाली इस नारी को न केवल अद्वितीय सुंदरता का प्रतीक माना जाता है, बल्कि उनकी सुंदरता अग्नि की लपटों की तरह तीव्र और मोहक कही गई है।
द्रौपदी के स्वयंवर में अर्जुन ने विजय प्राप्त की थी। लेकिन भाग्य ने कुछ ऐसा मोड़ लिया कि परिस्थितिवश उनका विवाह पांचों पांडव भाइयों से हुआ। यह घटना महाभारत में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। स्वयंवर के दौरान कई राजा द्रौपदी का हाथ पाने के लिए आए, लेकिन असफलता के कारण उनमें से कई ने द्रौपदी से नफरत करना शुरू कर दिया।
Secret Behind Draupadi’s Beauty: इतिहास के वो 7 राजा जिनकी मौत बन गई थी द्रौपदी की खूबसूरती
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जिस राजा विराट ने दी थी पांडव पुत्रों को अज्ञातवास में शरण क्यों उन्ही के साले को उतारा मौत के घाट?
राजा विराट का सेनापति कीचक, पांडवों के अज्ञातवास के दौरान, दासी वेश में रहने वाली द्रौपदी पर मोहित हो गया था। उसने द्रौपदी के साथ दुर्व्यवहार करने की कोशिश की। भीम ने इस अन्याय का अंत किया और कीचक का वध कर दिया।
द्रौपदी का जीवन और उनकी कहानी महाभारत का एक अहम हिस्सा है। उनके साथ हुआ अन्याय और अपमान ही वह चिंगारी था, जिसने कौरव और पांडवों के बीच युद्ध को अपरिहार्य बना दिया। द्रौपदी के जीवन के इन प्रसंगों से यह स्पष्ट होता है कि उनके संघर्ष और त्याग ने इतिहास के सबसे बड़े युद्ध की दिशा तय की। उनका चरित्र आज भी नारी शक्ति और स्वाभिमान का प्रतीक है।
द्रौपदी से पहले भी दो महिलाओं का भी हुआ था अनेक पुरुषों से विवाह, महाभारत में मिलता है इसका उल्लेख!