Karwa Chauth 2025
पंचांग के अनुसार, चतुर्थी तिथि 9 अक्टूबर की रात 10:54 मिनट से शुरू होकर 10 अक्टूबर शाम 7:38 मिनट तक रहेगी. उदया तिथि 10 अक्टूबर को होने के कारण इसी दिन व्रत रखा जाएगा.
इस बार कृतिका नक्षत्र में चंद्रमा उदित होगा, जिससे करवा चौथ का व्रत अत्यंत फलदायी माना जा रहा है.
पूजा की विधि इस प्रकार है:
1. सुबह जल्दी स्नान कर स्वच्छ वस्त्र पहनें और व्रत का संकल्प लें.
2. शाम के समय शुभ मुहूर्त में पूजा स्थान पर भगवान शिव-पार्वती और गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करें.
3. करवा चौथ की कथा सुनें और दीपक जलाकर पूजा करें.
4. चंद्रोदय के समय जल का लोटा, रोली, अक्षत, दीपक और छलनी तैयार रखें.
5. चंद्रमा को अर्घ्य अर्पित करें और प्रणाम करें.
6. छलनी से चंद्रमा और फिर पति का चेहरा देखकर उनकी दीर्घायु की कामना करें.
7. इसके बाद पति के हाथों से जल ग्रहण कर व्रत तोड़ें.
करवा चौथ पर छलनी से पति का चेहरा देखना सिर्फ एक रस्म नहीं, बल्कि एक गहरी मान्यता से जुड़ा हुआ है. दरअसल, छलनी में हजारों छोटे-छोटे छिद्र होते हैं, जिससे चंद्रमा के कई प्रतिबिंब बनते हैं. मान्यता है कि जब महिला छलनी से चांद देखने के बाद अपने पति का चेहरा देखती है तो पति की आयु में वृद्धि होती है और दांपत्य जीवन में स्थिरता आती है.
चंद्र दर्शन से पहले पूजा पूरी कर लें. उसके बाद दीपक को छलनी में रखकर सबसे पहले चंद्रमा को देखें. फिर छलनी से पति का चेहरा देखें और मन ही मन उनकी लंबी आयु की प्रार्थना करें. पति के हाथों से जल ग्रहण करके व्रत खोलें.
Delhi Traffic Restrictions: रुस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा के कारण दिल्ली के…
rbi repo rate news: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने फरवरी से रेपो दर में…
Shikhar Dhawan Networth: भारतीय टीम के पूर्व ओपनर शिखर धवन का 40 साल के हो…
Jayalalithaa Death Mystery: अपने जमाने की सिनमा स्टार और तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता…
Ayushman Card Yojana: आयुष्मान भारत योजना के तहत केंद्र सरकार हर साल लोगों को 5…
What Does POCCNR Mean: रूस के राष्ट्रपति पुतिन 4 दिसंबर की शाम को भारत पहुंचे.…