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India News (इंडिया न्यूज), Lord Kalki: भगवान कल्कि के बारे में यह माना जाता है कि उनका अवतार तब होगा जब धरती पर अंधकार, भ्रष्टाचार और अधर्म चरम सीमा पर पहुंच जाएगा। उनके आने के बाद वे अन्याय का नाश करेंगे और धर्म की स्थापना करेंगे। इस अवतार में देवी लक्ष्मी की भूमिका भी महत्वपूर्ण होगी, क्योंकि वे कल्कि के साथ मिलकर संसार को सही मार्ग पर लाने का प्रयास करेंगी।
भगवान कल्कि का विवाह देवी लक्ष्मी से होगा, जो कलयुग के अंत में उनके अवतार के समय महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। कल्कि, जो भगवान विष्णु के दसवें अवतार माने जाते हैं, अधर्म और अन्याय का नाश करने के लिए प्रकट होंगे। इस अवतार में, देवी लक्ष्मी उनके साथ मिलकर धरती पर धर्म की पुनर्स्थापना करेंगी। इस कहानी को दर्शाने वाली फिल्म कल्कि 2898 एडी में दर्शकों को इस अवतार की गहराई से अवगत कराया जाएगा।
पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान कल्कि का अवतार तब होगा जब कलयुग में अधर्म, अज्ञानता और भ्रष्टाचार अपने चरम पर होगा। कहा जाता है कि वे एक घोड़े पर सवार होकर आएंगे, हाथ में तलवार लिए, और दुष्टों का नाश करेंगे। उनका मुख्य उद्देश्य धरती पर धर्म की पुनर्स्थापना करना है।
कल्कि का विवाह देवी लक्ष्मी से होगा। देवी लक्ष्मी, जो समृद्धि और धन की देवी मानी जाती हैं, कल्कि के साथ मिलकर मानवता को सही मार्ग पर लाने का कार्य करेंगी। यह विवाह उनके अवतार की शक्ति को और भी बढ़ाएगा, और एक सकारात्मक परिवर्तन का प्रतीक होगा।
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कथाओं के अनुसार, कल्कि के आने से मानवता में सद्भाव, सत्य और न्याय का पुनर्जागरण होगा। वे अधर्मियों को दंडित करेंगे और धर्म के अनुयायियों को सुरक्षा प्रदान करेंगे। इसके बाद, एक नए युग की शुरुआत होगी, जिसे सतयुग कहा जाता है।
इन पौराणिक कथाओं का उद्देश्य मानवता को सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करना है। यह बताता है कि चाहे कितनी भी कठिनाइयाँ हों, अंत में धर्म की विजय होती है। ये कथाएँ आज भी समाज में नैतिकता और धर्म के महत्व को उजागर करती हैं। अगर आप इस विषय पर और जानकारी चाहते हैं, तो बताएं!
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Disclaimer: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है। पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।
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