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India News (इंडिया न्यूज़), Maha Shivratri 2024: महा शिवरात्रि, भगवान शिव को समर्पित एक पवित्र हिंदू त्योहार है। इस दिन भगवान शिव के उपासक उनकी उपासना और भक्ति में लीन रहते हैं। इस शुभ अवसर पर उपवास करते समय, धार्मिक रीति-रिवाजों के अनुरूप पौष्टिक और पौष्टिक खाद्य पदार्थों का सेवन करना आवश्यक है।
महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर आप भगवान भोलेनाथ की पूजा आर्जना करके उनके आशीर्वाद को प्राप्त कर सकते हैं। भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए उन्हें दूध, दही, शहद, भांग, धतूरा, पुष्प, फल और बेलपत्र जैसी चीज अर्पित करनी चाहिए, लेकिन शास्त्रों में बेलपत्र अर्पित करने का बहुत महत्व माना गया है। पुराणों के अनुसार बेलपत्र शिवलिंग पर चढ़ने से मनुष्य अपनी सारी मनोकामना पूरी कर सकता है। इस खास मौके पर देश के अलग- अलग हिस्सों में कई तरह से भक्त उन्हें खुश करते हुए नजर आते हैं। जैसे महा शिवरात्रि पर नाहन के ऐतिहासिक रानीताल मंदिर से शिव बारात निकाली गई है।
महा शिवरात्रि पर हिमाचल प्रदेश के नाहन के ऐतिहासिक रानीताल मंदिर से निकली शिव बारात निकाली गई हैं। नंदी बैल पर आरूढ़ होकर महादेव निकले देवगनोव भूत पिशाचों के साथ से निकाली गई। महा शिवरात्रि पर हर वर्ष नाहन में विशेष आयोजन किये जाते हैं इसी के चलते नाहन के प्रसिद्ध एकादश रूद्र मंदिर रानीताल में शिव बारात का आयोजन किया गया। नगर परिषद नाहन व् नवयुवक मंडल के सौजन्य से मंदिर परिसर के शिव बारात का आयोजन हुआ।
मंदिर में पूजा अर्चना के बाद नंदी बेल पर सवार होकर महादेव बारात लेकर निकले और नाहन गी की परिक्रमा की। इस दौरान उनका साथ देवगण व् बहुत पैशाच भी बारात के साथ चले। इस बिच में बारात के आगे आगे नृत्य करते दलों ने सबको अपनी प्रतिभा से भी अवगत करवाया। यह बारात देर शाम को नगर परिक्रमा के बाद वापिस मंदिर पहुंचती हैं। मंदिर पुजारी पंडित काकू राम शर्मा ने बतायाकि हर वर्ष मंदिर में इस शिव बारात का आयोजन किया जाता है और इसके इलावा तीन दिनों तक अनेक आयोजन यहां पर होते हैं।
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