संबंधित खबरें
महाभारत के समय चीन का ये हुआ करता था नाम, भारत के इस राजा के नाम से जुड़े हैं तार!
अगर इस दिन गलती से भी लगाया सिंदूर, तो पति पर टूट जायेगा दुखों का पहाड़! अभी जान लें मांग भरने के सही नियम
क्या आपके शरीर पर भी है इन जगहों पर तिल? तो खुशियों से भरा हुआ है आपका संसार
क्या आपके भी अंगूठे पर बनता है ऐसा अर्ध चांद? किस्मत का इक्का है ये एक साइन, जानें कैसा होने वाला है आपका फ्यूचर?
नए साल के शुरू होते ही शनि की राशि में बनेगा बुधादित्य राजयोग, इन 3 चुनिंदा राशियों का शुरू होगा गोल्डन पीरियड, हर काम समय से पहले होगा पूर्ण
Today Horoscope: इन 4 राशि वालो के हाथ में होगा आज हुकुम का इक्का, जानें कैसा रहेगा आज का राशिफल
India News (इंडिया न्यूज), Mahavir Jayanti: समस्त संसार में विभिन्न संस्कृति और मान्यताओं वाले लोग है। विश्व में प्रत्येक धर्म और त्योहारों का महत्व अत्यंत उच्च है। इन त्योहारों के माध्यम से हम अपने ऐतिहासिक और धार्मिक धारावाहिकों को स्मरण करते हैं और उनके संदेशों को आज के समय में भी अपनाने का प्रयास करते हैं। एक ऐसा ही महत्वपूर्ण त्योहार है ‘महावीर जयंती’, जो भगवान महावीर के जन्मदिन पर मनाया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को जैन धर्म के चौबीसवें तीर्थंकर भगवान महावीर का जन्म उत्सव जैन अनुयायी बड़ी धूमधाम से मनाते हैं।
जैन समुदाय के लोगों के लिए विशेष महत्व रखता है, लेकिन इसका महत्व समाज के अन्य वर्गों के लिए भी है।महावीर जयंती के दिन, लोग अपने घरों को सजाकर, विशेष पूजा-अर्चना करके और उनके उपदेशों को स्मरण करके त्योहार मनाते हैं। समाज में धार्मिक विधियों का पालन किया जाता है और लोग अपने आस-पास के विभिन्न जैन मंदिरों में दर्शन और पूजा के लिए जाते हैं। इस दिन जैन संप्रदाय के लोग भगवान महावीर के जीवन और उनके संदेशों को स्मरण करते हैं। भगवान महावीर ने अपने जीवन में अहिंसा, सत्य, ध्यान और सम्यक ज्ञान के महत्व को प्रमाणित किया। उनके उपदेशों ने समाज को एक शांतिपूर्ण, सहिष्णु और समरस धर्मिक दृष्टिकोण दिया।
भगवान महावीर के प्रारम्भिक तीस वर्ष राजसी वैभव एवं विलास के दलदल में कमल के समान रहे। उसके बाद बारह वर्ष घनघोर जंगल में मंगल साधना और आत्म जागृति की आराधना में वे इतने लीन हो गए कि उनके शरीर के कपड़े गिरकर अलग होते गए। भगवान महावीर की बारह वर्ष की मौन तपस्या के बाद उन्हें ‘केवलज्ञान ‘ प्राप्त हुआ । केवलज्ञान प्राप्त होने के बाद तीस वर्ष तक महावीर ने जनकल्याण हेतु चार तीर्थों साधु-साध्वी, श्रावक-श्राविका की रचना की।
Aaj Ka Panchang: 21 अप्रैल 2024 का पंचांग, जानें आज का शुभ और अशुभ मुहूर्त- indianews
महावीर की दीक्षा का महत्वपूर्ण स्थान हिंदू धर्म और जैन धर्म के इतिहास में है। यह उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण क्षण था जब वे आध्यात्मिक उन्नति की ओर अपने कदम बढ़ाया। महावीर, जिनका जन्म वीरासन्धा के राजा सिद्धार्थ और रानी त्रिशला के घर में हुआ था, जन्म से ही आध्यात्मिक प्रवृत्ति और धर्माचरण की ओर प्रवृत्त हो गए थे। उनके पिता की मृत्यु के बाद, उन्होंने संसारिक बंधनों से मुक्त होकर संन्यास लेने का निर्णय लिया। महावीर की दीक्षा का अर्थ होता है उनका संन्यास और आध्यात्मिक जीवन के दिशा में प्रवेश। उन्होंने संयम, तप, और ध्यान में लगने का निश्चय किया। इस दौरान, उन्होंने भिक्षुक के रूप में विश्व भर में भटकते हुए अपना ध्यान और धर्म प्रचार किया। महावीर की दीक्षा का मुख्य उद्देश्य मोक्ष की प्राप्ति थी। उन्होंने अपने आध्यात्मिक अनुभव के माध्यम से मनुष्यों को जीवन का उद्देश्य समझाने की कोशिश की।
जैन धर्म के एक प्रमुख धार्मिक आध्यात्मिक गुरु थे महावीर। उनका जीवन और उनकी शिक्षाओं में विवेक, संयम, और अहिंसा के महत्व को प्रमुखतः उजागर किया गया। महावीर की शिक्षा विशेष रूप से जैन धर्म के अनुयायियों के लिए अत्यंत मूल्यवान है। महावीर की शिक्षा का मुख्य आधार अहिंसा और अपने जीवन में संयम का विशेष महत्व था। उन्होंने जीवन में हिंसा को नकारने और शांति और सामंजस्य की ओर प्रेरित किया। उनके शिष्यों को संग्रह का महत्व बताते हुए उन्होंने सम्यक्त्व (सही ज्ञान, सही चरित्र और सही आचरण) की महत्वपूर्णता को भी जानकारी दी। महावीर का जीवन एक उदाहरण है कि कैसे अपने अंतर में स्थित शांति और संयम का अनुभव करके हम समृद्ध और संतुलित जीवन जी सकते हैं। उनकी शिक्षाएं हमें संतुलित जीवन जीने की और समाज में सामंजस्य और शांति का संदेश देती हैं।
Mahadev Fact: महादेव ने क्यों धारण की बाघ की खाल, क्या है इसके पीछे का विज्ञान -Indianews
महावीर का जीवन एक उदाहरण है कि कैसे अपने अंतर में स्थित शांति और संयम का अनुभव करके हम समृद्ध और संतुलित जीवन जी सकते हैं। उनकी शिक्षाएं हमें संतुलित जीवन जीने की और समाज में सामंजस्य और शांति का संदेश देती हैं।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.