India News(इंडिया न्यूज),Naga Sadhu: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में हजारों नागा साधु पहुंचे हैं। नागा साधु भारतीय हिंदू धर्म में एक विशेष प्रकार के साधु हैं, जो आमतौर पर बेहद तपस्वी और योगी होते हैं। इन्हें “नागा” इसलिए कहा जाता है क्योंकि ये साधु अक्सर अपने शरीर पर भस्म लगाते हैं और नग्न रहते हैं। इनका जीवन गहन साधना, तपस्या और ध्यान पर आधारित होता है।
नागा साधुओं का मुख्य उद्देश्य आत्मज्ञान और मोक्ष प्राप्त करना होता है। वे जीवन के भौतिक पहलुओं से दूर रहते हैं और केवल आध्यात्मिक उन्नति पर ध्यान केंद्रित करते हैं। नागा साधुओं पर कई किताबें लिखी गई हैं और कई लोगों ने उनके जीवन को करीब से देखा है। ऐसे ही एक लेखक अक्षत गुप्ता हैं जिन्होंने नागा साधुओं पर किताबें लिखी हैं।
Naga Sadhu: आपके दरवाजे आ जाएं नागा साधु तो कभी ना करें ये काम
अक्षत गुप्ता ने एक पॉडकास्ट में बताया, अगर कभी कोई नागा साधु आपके दरवाजे पर भिक्षा मांगने आए तो उसे जितना हो सके उतना अच्छा खाना खिलाएं। बाबा से कहो, आधा घंटा बैठो। अच्छा खाना बनाओ और उसे दे दो। क्योंकि एक नागा साधु एक दिन में केवल सात घरों से ही भिक्षा मांग सकता है। उन्हें ऐसा करने की अनुमति है। वे सात घरों में जो भी मिलेगा, खा लेंगे। या अगर उन्हें उन सात घरों में कुछ नहीं मिला तो वे भूखे ही सो जाएंगे।
जैसे सेना, नौसेना और वायु सेना आपकी सीमाओं की रक्षा करती है, वैसे ही नागा साधु भी करते हैं। वे भी एक सेना हैं जो आपके और मेरे लिए हैं, इसलिए अगली बार जब आप उनसे आमने-सामने हों, तो उनका सम्मान करें। आप खुद भी एक नागा साधु हैं, अगर आप अपने धर्म की रक्षा के लिए खड़े होने के लिए तैयार हैं।
कैसी भी हो स्थिती, त्याग चुके हैं सारे सुख, फिर भी इन पांच कड़े नियमों का करना पड़ता है पालन!