India News (इंडिया न्यूज), Mahakumbh 2025: प्रयागराज के महाकुंभ में हिंदुओं की आस्था का प्रमाण आप देख सकते हैं। जहां सांसारिक मोह-माया त्यागकर बड़े-बड़े संत पहुंचे हैं। रुद्राक्ष की माला बेचने वाली खूबसूरत लड़की से लेकर आईआईटीयन बाबा तक, हर कोई सोशल मीडिया पर खूब चर्चित है। इन सबके अलावा, कबूतर वाले एक बाबा भी इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब चर्चित हैं। इन्हें “कबूतर वाले बाबा” या कबूतर संत के नाम से जाना जाता है।
अपने कबूतर के प्रति अपने प्रेम के बारे में बाबा जी ने कहा कि उनका कबूतर पिछले 8-9 सालों से उनके सिर पर बैठा हुआ है और उन्हें इससे कभी कोई फर्क महसूस नहीं हुआ। उन्होंने आगे कहा, “जीवों की सेवा करना सबसे बड़ा कर्तव्य माना जाता है, जिसे मैं निभा रहा हूं। हमें सभी जीवों के प्रति दया रखनी चाहिए और उनकी देखभाल करना हमारी जिम्मेदारी है। इस जीवन में हमारा लक्ष्य जीवों की सेवा में खुद को समर्पित करना होना चाहिए।” इस समय बाबा का वीडियो सोशल मीडिया के हर प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रहा है। लेकिन हमने आपके लिए यह वीडियो सोशल साइट एक्स पर पोस्ट किए गए @LekhramSah21745 नाम के अकाउंट से लिया है।
Mahakumbh 2025: महाकुंभ में आए कबूतर वाले बाबा
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— Thenilu (@LekhramSah21745) January 17, 2025
वीडियो में कबूतर बाबा के सिर पर एक कबूतर बैठा हुआ देखा जा सकता है। बताया जा रहा है कि यह कबूतर पिछले 9 सालों से बाबा के साथ है और हर समय उनके साथ रहता है। खाने-पीने, सोने-जागने में वह हर समय बाबा के साथ रहता है। कबूतर प्रेम के बारे में बाबा कहते हैं कि कबूतर प्रेम और सद्भाव का प्रतीक है। जो सभी जीवों के प्रति दया और करुणा की भावना सिखाता है। आपको बता दें कि यह कबूतर बाबा जी प्रसिद्ध जूना अखाड़े के महंत राजपुरी जी महाराज हैं और उनके कबूतर का नाम हरि पुरी है।
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