संबंधित खबरें
क्यों दुर्योधन की जांघ तोड़कर ही भीम ने उतारा था उसे मौत के घाट, पैर में छिपा था ऐसा कौन-सा जीवन का राज?
जो लोग छिपा लेते हैं दूसरों से ये 7 राज…माँ लक्ष्मी का रहता है उस घर में सदैव वास, खुशियों से भरी रहती है झोली
इन 4 राशियों की लड़कियों का प्यार पाना होता है जंग जीतने जैसा, स्वर्ग सा बना देती हैं जीवन
देवो के देव महादेव के माता-पिता है कौन? शिव परिवार में क्यों नहीं दिया जाता पूजा स्थान
नए साल पर गलती से भी न करें ये काम, अगर कर दिया ऐसा तो मां लक्ष्मी देंगी ऐसी सजा जो सोच भी नहीं पाएंगे आप
दान में जो दे दिए इतने मुट्ठी चावल तो दुनिया की कोई ताकत नहीं जो रोक दे आपके अच्छे दिन, जानें सही तरीका और नियम?
India News (इंडिया न्यूज),Pitru Paksh 2024: साल 2024 में पितृ पक्ष 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चलेगा। यह पूर्वजों के प्रति सम्मान प्रकट करने का काल है। इसके साथ ही पितृ पक्ष के दौरान किसी की मृत्यु होने को लेकर हिंदू धर्म में विशेष मान्यताएं हैं। क्योंकि पितृ पक्ष को एक विशेष समय अवधि माना जाता है, इस दौरान हिंदू धर्म के लोगों द्वारा पूर्वजों की आत्मा को शांति और मुक्ति दिलाने के लिए श्राद्ध और तर्पण कर्म किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस समय हमारे पूर्वज धरती पर आते हैं। ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि, अगर पितृ पक्ष के दौरान किसी की मृत्यु हो जाती है, तो मृत व्यक्ति की आत्मा के साथ क्या होता है और यह किस बात का संकेत है।
हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पितृ पक्ष में किसी की मृत्यु होना बहुत अच्छा माना जाता है। मान्यताओं के अनुसार, ऐसे व्यक्ति की आत्मा को स्वर्ग की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं कि हिंदू शास्त्रों में पितृ पक्ष में मृत्यु का क्या अर्थ बताया गया है।
पितृ पक्ष में मृत्यु को पवित्र और मोक्ष देने वाला माना जाता है। इस दौरान मरने वाले किसी भी व्यक्ति की आत्मा पितरों के साथ मोक्ष प्राप्त करती है और वह मोक्ष के मार्ग पर आगे बढ़ता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पितृ पक्ष में शरीर त्यागने वाले व्यक्ति को दोबारा जन्म-मरण के चक्र में नहीं फंसना पड़ता है।
यूपी बोर्ड कक्षा 10वीं, 12वीं की रजिस्ट्रेशन डेट बढ़ी, यहां से खुद कर सकते हैं आवेदन
पितृ पक्ष में मृत्यु को कई धार्मिक ग्रंथों में पितरों की विशेष कृपा का संकेत भी बताया गया है। ऐसा कहा जाता है कि, अगर पितृ पक्ष में किसी की मृत्यु होती है तो उसके पूर्वज उसे आशीर्वाद देते हैं और मृत आत्मा को स्वर्ग में स्थान मिलता है।
अगर पितृ पक्ष में किसी व्यक्ति की मृत्यु होती है तो उसे भी बहुत भाग्यशाली माना जाता है। ऐसा व्यक्ति मोक्ष प्राप्त करता है। ऐसा माना जाता है कि उसके कर्म बहुत अच्छे हैं और इसीलिए पितृ पक्ष के दौरान उसकी आत्मा शरीर छोड़ती है।
अगर पितृ पक्ष में किसी की मृत्यु होती है तो उसका श्राद्ध कर्म करने का भी हिंदू धर्म में विशेष महत्व माना जाता है। मान्यताओं के अनुसार ऐसे व्यक्ति की आत्मा देवता के समान हो जाती है और उसका श्राद्ध करने से उसके परिवार के सदस्यों को सभी प्रकार की सुख-समृद्धि प्राप्त होती है। ऐसे व्यक्ति का श्राद्ध करने मात्र से उसके परिवार के सदस्यों के कर्म भी सुधर जाते हैं।
रेलवे में निकली बंपर भर्ती, 10वीं पास कर सकते हैं आवेदन, जानें पूरा डिटेल्स
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.