Hindi News / Dharam / Puja During Periods Can Women Do Puja During Periods Know What The Scriptures Say

महिलाएं क्यों नहीं कर सकती ये काम? भूलकर भी कर दी यह गलती तो भगवान कभी नहीं करेंगे माफ!

Puja During Periods: पीरियड्स के दौरान पूजा करने और मंदिर जाने को लेकर हिंदू धर्म में विशेष नियम और मान्यताएं हैं।

BY: Yogita Tyagi • UPDATED :
Advertisement · Scroll to continue
Advertisement · Scroll to continue

India News (इंडिया न्यूज), Puja During Periods: पीरियड्स के दौरान पूजा करने और मंदिर जाने को लेकर हिंदू धर्म में विशेष नियम और मान्यताएं हैं। आपने देखा होगा कि जब महिलाओं को पीरियड्स होते हैं तो उनके आचार छूने, पूजा करने, तुलसी को जल देने और कई तरह के कामों को करने की मनाही होती है। धार्मिक दृष्टि से देखा जाए तो पीरियड्स के दौरान महिलाओं में अधिक ऊर्जा होती है, जिसे भगवान सहन नहीं कर पाते, इसलिए पूजा करना और मंदिर जाना वर्जित माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि पीरियड्स के दौरान महिलाओं द्वारा तुलसी पर जल चढ़ाने से पौधा सूख सकता है।

धार्मिक शास्त्रों में महिलाओं को दी जाती है यह सलाह

हालांकि, ऐसा भी माना जाता है कि अगर किसी व्रत या अनुष्ठान के दौरान महिला को पीरियड्स हो जाए, तो पूजा अधूरी छोड़ना गलत है। व्रत में पूजा करते रहने से व्रत का फल कम नहीं होता है। ऐसी स्थिति में महिलाएं मानसिक रूप से पूजा और मंत्र जाप कर सकती हैं। महिलाओं को पूजा सामग्री से दूर रहना चाहिए और किसी दूसरे व्यक्ति से पूजा करवानी चाहिए। पीरियड्स के दौरान पीपल और तुलसी जैसे किसी पवित्र पौधे पर जल चढ़ाने से बचना चाहिए।

Today Horoscope: मेष से लेकर मीन तक कैसी रहेगी 12 राशियों के लिए 26 मार्च की ग्रह चाल, जानें आज का राशिफल!

Puja During Periods: पीरियड्स के दौरान पूजा करने के नियम और विधि के बारे में जानें

Trending Video: ‘हिन्दू देवी का अपमान? मां काली के गेटप में गोलगप्पे खाने पहुंची लड़की, सोशल पर मचा बवाल

क्या कहता है विज्ञान?

वैज्ञानिक दृष्टि से भी इस माना जाता है कि पहले के समय में पूजा-पाठ में बहुत समय लगता था और पीरियड्स के दौरान महिलाओं को लंबे समय तक बैठने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए इस दौरान पूजा से बचने की विशेष सलाह महिलाओं को दी जाती थी। इस प्रकार, मासिक धर्म में महिलाओं को पूजा से दूर रखने के पीछे धार्मिक और वैज्ञानिक दोनों कारण हैं, लेकिन उन्हें मानसिक रूप से पूजा में भाग लेना चाहिए और पूजा के फल का लाभ पाने के लिए उचित उपाय करना चाहिए।

शिव परिवार को वस्त्र धारण कराए, हनुमान जी की प्रतिमा को सजाया; मंदिर खुलने के बाद श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है।पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।

Tags:

Hindu faithIndia news indianews latest india news today india newsPeriods MythPuja during PeriodsPuja Path Rulesworship during periodsworship not done during periods
Advertisement · Scroll to continue

लेटेस्ट खबरें

Advertisement · Scroll to continue