संबंधित खबरें
महाकुंभ में किन्नर करते हैं ये काम…चलती हैं तलवारें, नागा साधुओं के सामने कैसे होती है 'पेशवाई'?
सोमवती अमावस्या के दिन भुलकर भी न करें ये काम, वरना मुड़कर भी नही देखेंगे पूर्वज आपका द्वार!
80 वर्षौं तक नही होगी प्रेमानंद जी महाराज की मृत्यु, जानें किसने की थी भविष्यवाणी?
घर के मंदिर में रख दी जो ये 2 मूर्तियां, कभी धन की कमी छू भी नही पाएगी, झट से दूर हो जाएगी कंगाली!
इन 3 राशियों के पुरुष बनते हैं सबसे बुरे पति, नरक से बदतर बना देते हैं जीवन, छोड़ कर चली जाती है पत्नी!
अंतिम संस्कार के समय क्यों मारा जाता है सिर पर तीन बार डंडा? जानकर कांप जाएगी रूह
India News (इंडिया न्यूज़), Vastu Tips: पति-पत्नी का रिश्ता आपसी प्रेम, विश्वास और सहयोग पर आधारित होता है। लेकिन कभी-कभी छोटी-छोटी बातों पर भी झगड़े शुरू हो जाते हैं, जो रिश्ते में तनाव पैदा कर सकते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार, कई बार यह समस्याएं वास्तु दोष के कारण भी उत्पन्न हो सकती हैं। सही दिशा में सोने और कुछ अन्य उपायों को अपनाकर पति-पत्नी के बीच का प्रेम बढ़ाया जा सकता है। आइए जानते हैं वास्तु शास्त्र के अनुसार कुछ खास उपाय, जो आपके वैवाहिक जीवन को खुशहाल बना सकते हैं।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, सोने की दिशा आपके जीवन पर बड़ा प्रभाव डालती है। यदि पति-पत्नी के बीच लगातार तनाव हो रहा है, तो उन्हें अपने सोने की दिशा पर ध्यान देना चाहिए। वास्तु के अनुसार, पति-पत्नी को सिर दक्षिण दिशा में और पैर उत्तर दिशा की ओर करके सोना चाहिए। इस दिशा में सोने से न केवल वास्तु दोष दूर होता है, बल्कि रिश्ते में शांति और संतुलन बना रहता है।
वास्तु शास्त्र में पूर्व दिशा को विशेष धार्मिक महत्व दिया गया है, क्योंकि सूर्य का उदय इस दिशा से होता है। इस दिशा में पूजा-पाठ और धार्मिक कार्य किए जाते हैं। इसलिए, इस दिशा में कभी भी पैर करके नहीं सोना चाहिए। पति-पत्नी को पूर्व दिशा में पैर करके सोने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे न केवल रिश्ते में गृहक्लेश हो सकता है, बल्कि स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं।
पति-पत्नी के बीच प्रेम बढ़ाने के लिए बिस्तर की दिशा भी महत्वपूर्ण होती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, बिस्तर को दक्षिण-पश्चिम दिशा में लगाना शुभ होता है। यह दिशा स्थिरता और सुरक्षा का प्रतीक मानी जाती है, और इससे पति-पत्नी के बीच प्रेम और समझ बढ़ती है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, पति-पत्नी को बेड पर किस तरफ सोना चाहिए, इसका भी ध्यान रखना चाहिए। पति को हमेशा दाहिनी ओर सोना चाहिए, जबकि पत्नी को बायीं ओर सोना चाहिए। यह स्थिति न केवल वास्तु दोष को दूर करती है, बल्कि दंपति के बीच सामंजस्य और शांति भी बनाए रखती है।
बेडरूम की दीवारों के रंग भी वास्तु शास्त्र के अनुसार रिश्ते पर प्रभाव डाल सकते हैं। हल्के और शांत रंग, जैसे हल्का नीला, गुलाबी या सफेद, पति-पत्नी के बीच के संबंधों को बेहतर बनाते हैं। ये रंग सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाते हैं और तनाव को कम करते हैं।
अगर पति-पत्नी के बीच गुस्से की समस्या ज्यादा रहती है, तो घर में नमक के पानी से पोंछा लगाना लाभकारी हो सकता है। पोंछे के पानी में दो चुटकी नमक मिलाकर घर में नियमित रूप से पोंछा लगाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मकता का संचार होता है, जिससे घर का माहौल शांत और सुखद बना रहता है।
अर्जुन नहीं उनका ही ये गुमनाम शिष्य था महाभारत का सबसे खतरनाक योद्धा, कर्ण भी उसके सामने कुछ नहीं!
पति-पत्नी के रिश्ते को मजबूत और खुशहाल बनाए रखने के लिए वास्तु शास्त्र के कुछ सरल उपायों को अपनाया जा सकता है। सोने की सही दिशा, बिस्तर की सही स्थिति, और बेडरूम में हल्के रंगों का उपयोग करने से रिश्ते में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। इन उपायों से न केवल तनाव कम होता है, बल्कि प्रेम और सामंजस्य भी बढ़ता है, जिससे वैवाहिक जीवन सुखी और संतुलित रहता है।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है।पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.