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पितृ पक्ष का ये आखिरी दिन है बेहद खास….कर लिया जो ये एक उपाय इस दिन तो आने वाली 7 पीढ़ियों को भी नहीं लग सकता पितृ दोष?

Prachi Jain • LAST UPDATED : October 1, 2024, 9:02 am IST
पितृ पक्ष का ये आखिरी दिन है बेहद खास….कर लिया जो ये एक उपाय इस दिन तो आने वाली 7 पीढ़ियों को भी नहीं लग सकता पितृ दोष?

Last Day Of Pitru Paksh: इस दिन का महत्व अत्यंत खास होता है, और पितृ पक्ष के आखिरी दिन का ये उपाय आपकी सात पीढ़ियों तक को पितृ दोष से बचाता है और पितरों की कृपा हमेशा आपके जीवन में बनी रहती है।

India News (इंडिया न्यूज), Last Day Of Pitru Paksh: पितृ पक्ष का अंतिम दिन जिसे “महालय अमावस्या” या “सर्व पितृ मोक्ष अमावस्या” कहा जाता है, पितरों के तर्पण और श्रद्धा का सबसे महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। इस दिन किए गए उपाय और तर्पण से पितृदोष से मुक्ति मिलती है और आगामी सात पीढ़ियों तक आपके कुल में किसी को भी पितृ दोष का सामना नहीं करना पड़ता। इस दिन कुछ विशेष उपाय किए जाते हैं, जो पितृ दोष को समाप्त करने के साथ-साथ समृद्धि और शांति प्रदान करते हैं। यहां एक विशेष उपाय बताया गया है:

उपाय:

तर्पण और पिंडदान: महालय अमावस्या के दिन पितरों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण और पिंडदान करना सबसे महत्वपूर्ण है। इसे विधिवत ब्राह्मण से करवाएं या नदी/पवित्र जल में स्वयं तर्पण करें। इसमें तिल, जल, कुशा, और पवित्र मंत्रों का उच्चारण महत्वपूर्ण होता है। तर्पण के बाद पिंडदान जरूर करें।

गाय, कुत्ते, पक्षियों और ब्राह्मण को भोजन: पितृ पक्ष के अंतिम दिन, विशेष रूप से इस दिन, गाय, कुत्ते, पक्षियों और ब्राह्मणों को भोजन कराना शुभ माना जाता है। इससे पितरों की आत्मा को संतोष मिलता है और वे अपने वंशजों को आशीर्वाद देते हैं।

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किसी धार्मिक स्थान या मंदिर में दान: इस दिन दान का विशेष महत्व है। चावल, कपड़े, अनाज, तिल और अन्य दैनिक उपयोग की वस्तुएं दान करें। ये दान पितरों के आशीर्वाद के साथ-साथ आपके जीवन में सुख-समृद्धि लाता है।

आंवले के पेड़ का पूजन: अगर संभव हो तो आंवले के पेड़ की पूजा करें। आंवला पवित्र और शुभ फल माना जाता है, और इसे पितरों के आशीर्वाद के रूप में ग्रहण किया जाता है। पेड़ के पास दीप जलाएं और तर्पण के बाद वहां जल अर्पित करें।

पितृ दोष निवारण मंत्र: इस दिन पितृ दोष से मुक्ति के लिए विशेष मंत्रों का जाप भी लाभकारी होता है। आप निम्न मंत्र का जाप कर सकते हैं:

ॐ पितृभ्यः स्वधायिभ्यः स्वधा नमः।
ॐ श्राध्दायै नमः।
ॐ कृतान्ताय नमः।

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सात पीढ़ियों की शांति के लिए आशीर्वाद: इस दिन किए गए तर्पण और उपायों से न केवल वर्तमान पीढ़ी बल्कि आपकी आने वाली सात पीढ़ियों को भी पितृ दोष से मुक्ति मिलती है और उनके जीवन में शांति और समृद्धि बनी रहती है।

इस उपाय से लाभ:

  • पितृ दोष का निवारण।
  • वंश की उन्नति और समृद्धि।
  • पितरों की कृपा से घर में शांति और सुख-समृद्धि।
  • रोगों और समस्याओं से मुक्ति।

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इस दिन का महत्व अत्यंत खास होता है, और पितृ पक्ष के आखिरी दिन का ये उपाय आपकी सात पीढ़ियों तक को पितृ दोष से बचाता है और पितरों की कृपा हमेशा आपके जीवन में बनी रहती है।

Disclaimer: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है। पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।

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