India News (इंडिया न्यूज), Unknown Facts About Aghories: अघोरी साधक अपनी रहस्यमयी जीवनशैली और विचित्र साधनाओं के लिए प्रसिद्ध हैं। ये साधक, जो आमतौर पर शिव और काली के उपासक होते हैं, तंत्र विद्या में गहरी निपुणता हासिल करने के लिए अजीब और चुनौतीपूर्ण साधनाओं से गुजरते हैं। उनकी साधनाएं, जीवन के रहस्यों को समझने और आत्मा की मुक्ति प्राप्त करने के लिए होती हैं, लेकिन इन साधनाओं का तरीका इतना रहस्यमय और विचित्र होता है कि वह आम लोगों के लिए पूरी तरह से अपरिचित और समझ से परे होता है।
अघोरी साधना का मुख्य उद्देश्य आत्मज्ञान प्राप्त करना और ईश्वर के साथ एकाकार होना है। उनके साधना के तरीके और जीवनशैली को जानना किसी रहस्य से कम नहीं है, और यही कारण है कि लोग अघोरियों को लेकर कई तरह की भ्रांतियों और चर्चाओं में उलझे रहते हैं।
अघोरियों की प्रमुख साधनाएं
अघोरी साधक तंत्र विद्या में महारत हासिल करने के लिए तीन प्रमुख साधनाओं का पालन करते हैं:
- शव साधना: अघोरियों का सबसे प्रसिद्ध और रहस्यमय साधना तरीका शव साधना है। इसके तहत, वे मृत शरीरों को तंत्र विद्या के माध्यम से साधना में प्रयोग करते हैं। शव को तंत्र साधना के एक अंग के रूप में भोग के रूप में इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें मांस और मदिरा का भोग अर्पित किया जाता है। इसके बाद शव को ग्रहण भी किया जाता है। यह साधना अघोरी की शक्ति को बढ़ाने और तंत्र विद्या में महारत प्राप्त करने के लिए की जाती है।
- शिव साधना: शिव साधना में अघोरी अपने आराध्य देव भगवान शिव की पूजा करते हैं। इस साधना के दौरान, वे चिता पर एक पैर पर खड़े होकर ध्यान और साधना करते हैं। यह साधना शिव के ध्यान और शक्ति के रूप में अपनी आत्मा को शुद्ध करने के लिए की जाती है। इस साधना के दौरान अघोरी शरीर और आत्मा की पराकाष्ठा पर पहुंचने की कोशिश करते हैं।
- श्मशान साधना: अघोरी अपनी साधना के लिए श्मशान में भी जाते हैं, जहां वे हवन करते हैं और माता काली और शिव का ध्यान करते हैं। श्मशान का वातावरण अघोरी के लिए एक शक्तिशाली साधना स्थल बन जाता है, क्योंकि यहां के अंधेरे और भूत-प्रेत के वातावरण में साधना करने से वे आत्मिक शुद्धता और शक्ति प्राप्त करने का विश्वास करते हैं। यह स्थान उनके लिए एक धार्मिक और साधना स्थल से कहीं अधिक है, जहां वे अपने ज्ञान को गहरा करने की कोशिश करते हैं।
अघोरी का जीवन और उनके सिद्धांत
अघोरी अपने जीवन में सांसारिक सुख-सुविधाओं से दूर रहते हैं। वे शारीरिक और मानसिक शुद्धता प्राप्त करने के लिए कठोर साधनाएं करते हैं, जिनमें अधिकतर स्थानों पर समाज द्वारा अस्वीकार किए गए कार्य भी शामिल होते हैं। उनका उद्देश्य केवल सांसारिक जीवन से भागना नहीं, बल्कि आत्मज्ञान और ब्रह्म के साथ एकात्मता प्राप्त करना होता है। अघोरी अपने कष्टों और शरीर के भौतिक बंधनों से परे जाकर आत्मा के साथ एकता प्राप्त करने की कोशिश करते हैं।
अघोरियों के जीवन और साधनाओं के बारे में जो जानकारी दी गई है, वह लोक मान्यताओं और विश्वासों पर आधारित है। यह जानकारी उनके साधना के तरीके और उनके धार्मिक जीवनशैली की जटिलता को उजागर करती है। अघोरी साधना एक गहरी आस्था और त्याग की प्रक्रिया है, जिसे समझना आसान नहीं है। इन साधनाओं के माध्यम से अघोरी अपने जीवन को ईश्वर के मार्ग पर समर्पित करते हैं और उच्चतम आत्मज्ञान की प्राप्ति के लिए हर संभव प्रयास करते हैं।