India News (इंडिया न्यूज), Rules for tying Kalava: हिंदू धर्म में धार्मिक कार्यों और अनुष्ठानों में कलावा, जिसे मौली या रक्षा सूत्र भी कहा जाता है, एक अत्यंत महत्वपूर्ण वस्तु मानी गई है। किसी भी धार्मिक कार्य से पहले इसे हाथ की कलाई पर बांधने का प्रचलन है। यह मान्यता है कि कलावा बांधने से भगवान ब्रह्मा, विष्णु और महादेव का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसके साथ ही यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर ग्रह-नक्षत्रों के प्रतिकूल प्रभाव को भी कम करता है।
कलावा हाथ की कलाई पर बांधा जाता है, जो नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त करने में सहायक होता है। इसे बांधने से सेहत बेहतर रहती है और जीवन में सकारात्मकता आती है। इसके अलावा, घर के कुछ खास स्थानों पर भी कलावा बांधने से जीवन की कई परेशानियां दूर हो जाती हैं।
Rules for tying Kalava: घर की इन जगहों पर कलावे को इस तरह बांधना करता है मां लक्ष्मी को अत्यंत प्रसन्न
रसोई घर का वह स्थान है, जो परिवार की समृद्धि और स्वास्थ्य से जुड़ा होता है। रसोई में निम्नलिखित स्थानों पर कलावा बांधना शुभ माना गया है:
महत्वपूर्ण: केवल वही कलावा उपयोग करें, जो किसी धार्मिक कार्य में उपयोग किया गया हो।
घर में धन का स्थान तिजोरी को माना जाता है। तिजोरी पर कलावा बांधने से माता लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
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तुलसी का पौधा हिंदू धर्म में अत्यंत पूजनीय है। इसे माता लक्ष्मी का वास स्थान माना गया है। तुलसी के पौधे पर कलावा बांधने से:
घर के मंदिर में कलावा बांधना बहुत शुभ माना गया है।
कलावा न केवल धार्मिक अनुष्ठानों का हिस्सा है, बल्कि यह जीवन में सकारात्मकता और समृद्धि लाने का एक महत्वपूर्ण माध्यम भी है। हाथ, घर और मंदिर में इसे बांधने से नकारात्मकता दूर होती है, स्वास्थ्य में सुधार होता है, और परिवार पर ईश्वरीय कृपा बनी रहती है। इसे बांधने के साथ अपनी आस्था और श्रद्धा को बनाए रखें, क्योंकि सही विश्वास ही इसे प्रभावी बनाता है।