Temple Vastu Tips: सनातन धर्म में मंदिर जाना और रोज पूजा पाठ करना जरूरी माना जाता है. मान्यता के मुताबिक, जो लोग रोजाना भगवान की पूजा करते हैं और मंदिर जाते हैं. उनके जीवन की बाधाएं दूर या फिर कम हो जाती है. कुछ लोग पूरे विधि विधान से पूजा पाठ करते हैं. वहीं कुछ लोग मन से ही भगवान को मानते हैं, इन लोगों के हिसाब से पूजा-पाठ के दौरान इंटेंशन का पवित्र और सही होना बेहद जरूरी है. लेकिन वास्तु शास्त्र में भी कुछ नियम हैं. वास्तु शास्त्र के मुताबिक, मंदिर जाते और लौटते वक्त कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है.
हाथ-पैर धोना सही या फिर नहीं?
वास्तु शास्त्र के मुताबिक, एक नियम ऐसा है जो हमेशा लोग अनजानें में तोड़ देते हैं. लोग मंदिर से वापस आकर हाथ-पैर धो लेते हैं. शास्त्र के मुताबिक, मंदिर में जाकर पैर धोकर दर्शन करना सही होता है, क्योंकि इससे हमारे साथ एक पवित्र ऊर्जा आती है. जिसके कारण हम शांत मन से भगवान को याद कर पाते हैं. मंदिर से लौटने के बाद हाइजीन को देखते हुए कुछ लोग हाथ पैर धो लेते हैं. लेकिन शास्त्र में इसे सही नहीं माना गया है. क्योंकि जब हम मंदिर से वापस घर लौटते हैं, तो हम अपने साथ एक सकारात्मक ऊर्जा लेकर घर के भीतर जाते हैं. हाथ-पैर धोने से वह सकारात्मक ऊर्जा पूरी तरह से खत्म हो जाती है. मंदिर से लौटने के बाद हाथ-पैर तुरंत नहीं धोना चाहिए.
इन बातों का रखें खास ध्यान
शास्त्र के मुताबिक, मंदिर से लौटते हुए हमें कुछ और भी ज्यादा चीजों का ध्यान रखना जरुरी है. कुछ लोग मंदिर से वापस लौटकर कहीं दूसरी जगह भी चले जाते हैं. लेकिन हमें मंदिर से वापस सीधा अपने घर जाना चाहिए. मंदिर में शिवलिंग पर जल अर्पित किया हो तो वापस खाली लौटा घर न लेकर जाएं. उसमें से थोड़ा जल उसमें भर लें और घर लौटने के बाद एक कोने में इसे छिड़क दें.