(दिल्ली) : तमिलनाडु के कृष्णगिरी जिले में जल्लीकट्टू के आयोजन की अनुमति नहीं मिलने के बाद सैकड़ों ग्रामीणों ने चेन्नई-बेंगलुरु राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम किया। जाम खुलवाने गई पुलिस की साथ प्रदर्शनकारियों कि भिड़ंत हुई। पुलिस -प्र्दशनकारियों की झड़प में पथराव कि खबरें सामने आई है। हिंसक प्रदर्शनों में कम से कम 15 पुलिसकर्मियों के घायल होने की खबर है बताई जा रही है।
बता दें, कृष्णागिरी जिले में होसुर के पास कामनथोट्टी इलाके में प्रशासन को तब स्थानीय लोगों का गुस्सा झेलना पड़ा जब उन्हें जल्लीकट्टू कार्यक्रम की अनुमति नहीं मिली। जल्लीकट्टू के आयोजन की समर्थन में उतरे लोगों के एक बड़े समूह ने पुलिस वैन सहित वाहनों पर पथराव किया। वहीं पुलिस ने प्रदर्शन के जवाब में कथित तौर पर आंसू गैस के गोले छोड़े और कुछ प्रदर्शनकारियों पर लाठी चार्ज भी किया। जानकारी के मुताबिक,पहले स्थानीय लोगों को जल्लीकट्टू के आयोजन की अनुमति दी गई थी लेकिन बाद में उन्हें मना कर दिया गया।
Jallikattu
जल्लीकट्टू के आयोजन की अनुमति न मिलने पर गुस्साए प्रतिभागियों और खेल देखने आए लोगों ने चेन्नई-बेंगलुरु राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम करते हुए विरोध जताया। बाद में ये प्रदर्शन देखते ही देखते हिंसक हो गया। प्रदर्शन को काबू में करने की लिए आखिरकार पुलिस को बल प्रयोग करने के लिए मजबूर होना पड़ा। पुलिस और प्रदर्शनकारियों कि भिड़ंत पर अधिकारीयों ने बताया कि 15 पुलिसकर्मियों की घायल होने कि खबर है और विरोध प्रदर्शन के कारण चेन्नई-बेंगलुरु राष्ट्रीय राजमार्ग पर 10 किलोमीटर तक यातायात सेवा बाधित हुआ। पुलिस की मुताबिक,बड़े पैमाने पर विरोध के बाद, स्थानीय अधिकारियों ने भीड़ को नियंत्रित करने की लिए, कार्यक्रम आयोजन करने के लिए दो घंटे की परमिशन दी। जिसके तुरंत बाद यातायात की आवाजाही पर भी नियंत्रण पाया गया।