होम / धर्म / क्यों घर में मृत्यु के बाद मुंडवाया जाता है पुरुषों का सिर? 99% लोग नहीं जानते असल वजह

क्यों घर में मृत्यु के बाद मुंडवाया जाता है पुरुषों का सिर? 99% लोग नहीं जानते असल वजह

PUBLISHED BY: Prachi Jain • LAST UPDATED : December 17, 2024, 2:30 pm IST
ADVERTISEMENT

संबंधित खबरें

क्यों घर में मृत्यु के बाद मुंडवाया जाता है पुरुषों का सिर? 99% लोग नहीं जानते असल वजह

Reason For Shaving Head After Death At Home: सिर मुंडवाना मृतक के प्रति सम्मान और प्रेम व्यक्त करने का एक माध्यम है।

India News (इंडिया न्यूज), Reason For Shaving Head After Death At Home: हिंदू धर्मग्रंथों में गरुड़ पुराण का विशेष स्थान है, जो मृत्यु और उससे जुड़ी विभिन्न रीति-रिवाजों, परंपराओं और उनके आध्यात्मिक व धार्मिक महत्व पर प्रकाश डालता है। गरुड़ पुराण के अनुसार, जब किसी परिजन की मृत्यु होती है, तो उसकी आत्मा की मुक्ति और शांति के लिए कई अनुष्ठान किए जाते हैं। इन अनुष्ठानों में सोलहवां संस्कार, जो अंतिम संस्कार भी कहलाता है, प्रमुख है। इस दौरान 13 दिनों तक परिजन विभिन्न विधानों का पालन करते हैं। इन्हीं विधानों में से एक है ‘मुंडन संस्कार’।

मुंडन संस्कार का आध्यात्मिक कारण

मुंडन संस्कार के पीछे गहरी आध्यात्मिक मान्यता है। इस प्रथा के अनुसार, सिर के बाल गर्व और अहंकार का प्रतीक माने जाते हैं। सिर मुंडवाना मृतक के प्रति सम्मान और प्रेम व्यक्त करने का एक माध्यम है। यह कर्म यह दर्शाता है कि परिजन अपने अहंकार का त्याग कर, दिवंगत आत्मा के प्रति समर्पण और त्याग दिखा रहे हैं।

मरने से पहले भी शरीर करता है मौत के ऐसे 5 भयानक एहसास, लेकिन इंसानी दिमाग नहीं समझ पाता वो सिग्नल्स

सिर और चेहरे पर मौजूद बालों को प्रदूषित और नकारात्मक ऊर्जा का वाहक माना जाता है। शोक और दुःख के समय ये बाल नकारात्मक विचारों के प्रवाह को बढ़ावा देते हैं। सिर मुंडवाने से परिजन इन नकारात्मकताओं को शारीरिक रूप से हटाकर नए जीवन की शुरुआत की ओर कदम बढ़ाते हैं। जब नए बाल उगते हैं, तो इसे जीवन में नई आशाओं और सकारात्मक ऊर्जा के प्रवेश का प्रतीक माना जाता है। यह प्रक्रिया शोक को पीछे छोड़ने और जीवन में आगे बढ़ने का संकेत देती है।

मुंडन संस्कार का धार्मिक कारण

गरुड़ पुराण में मृत्यु के समय और उसके बाद के अनुष्ठानों का विस्तार से वर्णन है। इसमें कहा गया है कि परिवार में किसी की मृत्यु होने पर ‘पातक’ लग जाता है, जो परिवार को अशुद्ध बनाता है। सिर मुंडवाने के साथ यह पातक समाप्त होता है, और पुरुषों की अशुद्धियां भी समाप्त हो जाती हैं।

यह भी कहा जाता है कि जब परिवार के पुरुष सदस्य मृतक को श्मशान ले जाते हैं और दाह-संस्कार करते हैं, तो मृत शरीर से जुड़े कुछ जीवाणु उनके शरीर में चिपक जाते हैं। विशेष रूप से, ये जीवाणु सिर में चिपक सकते हैं। मुंडन कर्म से बालों के साथ ये जीवाणु पूरी तरह से निकल जाते हैं। यही कारण है कि इस दिन स्नान, नाखून काटना और सिर मुंडवाने का विशेष महत्व बताया गया है।

किसने दिया था महर्षि वाल्मीकि को रामायण लिखने का आदेश? पुराणों से जुड़े ऐसे पन्ने जो आज भी है आपकी नजरों से दूर

गरुड़ पुराण के अनुसार, मृतक की आत्मा शरीर छोड़ना नहीं चाहती और यमराज से याचना करके परिजनों से संपर्क करने का प्रयास करती है। बालों को नकारात्मक ऊर्जा का प्रमुख स्रोत माना जाता है। इसीलिए सिर मुंडवाने से आत्मा का मोह भंग होता है, और वह परिजनों के प्रति अपनी आसक्ति को त्यागकर मुक्त हो जाती है।

विधवाओं के सिर मुंडवाने की प्रथा

पारंपरिक हिंदू समाज में विधवाओं के सिर मुंडवाने की प्रथा कभी-कभी देखी जाती थी। इसका मुख्य उद्देश्य था, विधवा को उसके मृत पति के मोह से मुक्त करना। ऐसा माना जाता था कि बालों के माध्यम से वह अपने पिछले जीवन और पति की आत्मा से जुड़ी रह सकती है।

हालांकि, आधुनिक हिंदू समाज में महिलाओं के सिर मुंडवाने को निषेध माना गया है। पहला कारण यह है कि महिलाएं श्मशान नहीं जातीं और मृतक के दाह संस्कार के संपर्क में कम रहती हैं। दूसरा कारण यह है कि हिंदू धर्म महिलाओं को दैवीय ऊर्जा का प्रतीक मानता है। बालों के सिरों से प्रसारित ऊर्जा उन्हें नकारात्मक प्रभावों से बचाती है। फिर भी, कई अवसरों पर महिलाएं स्वेच्छा से अपने बालों का त्याग करती हैं, जैसे देवताओं के प्रति श्रद्धा या किसी आध्यात्मिक संकल्प के अंतर्गत।

दिल्ली यूनिवर्सिटी से हाईली एड्युकेटिड हैं ये महिला नागा साधु, एक ने तो कर भी ली थी इंजीनियरिंग

मुंडन संस्कार न केवल आध्यात्मिक और धार्मिक कारणों से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह जीवन के चक्र को समझने और दुःख से बाहर निकलने का एक साधन भी है। गरुड़ पुराण के अनुसार, इस संस्कार से मृतक आत्मा को शांति मिलती है और परिजन अपने शोक को पीछे छोड़ते हुए जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा प्राप्त करते हैं। यह परंपरा जीवन और मृत्यु के संतुलन को दर्शाती है, जो हिंदू धर्म के गहन दर्शन का अभिन्न अंग है।

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है।पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

बशर अल-असद ने मुसलमानों को दिया था धोखा, 21 फ्लाइट में भरकर पुतिन को ऐसा क्या भेजा? लीक हो गया रूस का राज
बशर अल-असद ने मुसलमानों को दिया था धोखा, 21 फ्लाइट में भरकर पुतिन को ऐसा क्या भेजा? लीक हो गया रूस का राज
डायबिटीज पेशेंट के लिए ये रोटी है वरदान, शरीर को मिलेंगे ऐसे लाजवाब फायदे कि मुंह से निकलेगा ‘भई वाह’
डायबिटीज पेशेंट के लिए ये रोटी है वरदान, शरीर को मिलेंगे ऐसे लाजवाब फायदे कि मुंह से निकलेगा ‘भई वाह’
अडानी के अनुबंध को चुनौती देने वाले व्यक्ति को लगा बड़ा झटका, हाईकोर्ट ने लगाया 50,000 रुपये का जुर्माना!
अडानी के अनुबंध को चुनौती देने वाले व्यक्ति को लगा बड़ा झटका, हाईकोर्ट ने लगाया 50,000 रुपये का जुर्माना!
MP Crime News: मैहर में लोकायुक्त की बड़ी कार्यवाही, दो भ्रष्ट अधिकारी को पकड़ा रंगे हाथ
MP Crime News: मैहर में लोकायुक्त की बड़ी कार्यवाही, दो भ्रष्ट अधिकारी को पकड़ा रंगे हाथ
शाहजहांपुर में दर्दनाक हादसा! टैंकर ने बाइक सवारों को रौंदा, 3 की मौत
शाहजहांपुर में दर्दनाक हादसा! टैंकर ने बाइक सवारों को रौंदा, 3 की मौत
जिन अंग्रेजों ने 200 सालों तक भारत को किया खोखला…उन्हें चीन के हाथों मिला कर्मों का फल? जानें कौन है वो खूंखार जासूस
जिन अंग्रेजों ने 200 सालों तक भारत को किया खोखला…उन्हें चीन के हाथों मिला कर्मों का फल? जानें कौन है वो खूंखार जासूस
Himachal Pradesh Jobs: जल्द युवाओं को बेरोजगारी से मिलेगा छुटकारा, इन पदों पर खुलेगा नौकरी का पिटारा
Himachal Pradesh Jobs: जल्द युवाओं को बेरोजगारी से मिलेगा छुटकारा, इन पदों पर खुलेगा नौकरी का पिटारा
Baba Mahakal Mandir: महाकाल मंदिर में भक्तों का दिल खोलकर दान, लड्डू प्रसादी से भी हुई शानदार कमाई
Baba Mahakal Mandir: महाकाल मंदिर में भक्तों का दिल खोलकर दान, लड्डू प्रसादी से भी हुई शानदार कमाई
CM Yogi ने प्रियंका गांधी से लिया ‘शहजादे’ का बदला, क्या बोले थे Rahul Gandhi जिस पर मिला जवाब
CM Yogi ने प्रियंका गांधी से लिया ‘शहजादे’ का बदला, क्या बोले थे Rahul Gandhi जिस पर मिला जवाब
महाभारत के युद्ध में इस औषधी से हुआ था अर्जुन का इलाज, ऐसा दिखाता है कमाल की खुली आंखो पर भरेसा करना होग मुश्किल!
महाभारत के युद्ध में इस औषधी से हुआ था अर्जुन का इलाज, ऐसा दिखाता है कमाल की खुली आंखो पर भरेसा करना होग मुश्किल!
बिश्नोई के लिए साबरमती जेल में होंगे ये खास इंतजाम, चार्जशीट से हुआ खुलासा
बिश्नोई के लिए साबरमती जेल में होंगे ये खास इंतजाम, चार्जशीट से हुआ खुलासा
ADVERTISEMENT