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इंडिया न्यूज, जेनेवा/ लंदन:
Omicron World Update दुनिया में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की दहशत के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे बेहद खतरनाक बताया है। अब तक यह वैरिएंट 63 देशों में फैल चुका है और WHO ने दोहराया है कि ओमिक्रॉन को लेकर बढ़ रहे खतरे के चलते चिंताएं बरकरार हैं।
वैश्विक संस्था ने हालांकि यह भी कहा है कि इस बात के साक्ष्य हैं कि इस वैरिएंट पर टीका काफी असरदार रहता है। चीन के झेजियांग प्रांत में 5 से 12 दिसंबर के बीच कोविड-19 के 138 मामले सामने आए हैं। ये सभी कोरोना वायरस के ‘डेल्टा’ स्वरूप के ‘उप वंश एवाई.4’ से संक्रमित हैं। दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा कोरोना संक्रमित पाए गए हैं।
उधर ब्रिटेन से मिल रही रिपोर्टों के अनुसार यह वहां तबाही मचा सकता है। ओमिक्रॉन से पहली मौत ब्रिटेन में ही हुई है। प्रधानमंत्री Boris Johson ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने चेतावनी जारी की है कि देश में कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन स्वरूप की तूफानी लहर आ रही है, जिसे रोकना जरूरी है। यहां यह वैरिएंट अभूतपूर्व ढंग से फैल रहा है। सभी संस्करणों में ओमिक्रॉन का हिस्सा 40 फीसदी होने के कारण यहां टीके की अतिरिक्त खुराक पर जोर दिया जा रहा है।
लंदन स्कूल आफ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन और दक्षिण अफ्रीका के स्टेलनबोश यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने कहा है कि यदि ओमिक्रॉन के संक्रमण को रोकने के सख्त उपाय नहीं किए तो ब्रिटेन में अगले साल के अप्रैल तक 25,000 से 75,000 मौतें हो सकती हैं। वैज्ञानिकों ने कहा, यह वैरिएंट तेजी से फैल रहा है और महामारी की वजह बन सकता है।
पाकिस्तान के राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान (एनआईएच) ने बताया कि देश के सबसे अधिक आबादी वाले शहर कराची में ओमिक्रॉन संस्करण के पहले मामले की पुष्टि हुई है। एनआईएच ने कहा, इस मामले को देखते हुए अन्य संदिग्ध नमूनों की भी निरंतर निगरानी की जा रही है।
वैज्ञानिक ओमिक्रॉन के टीके के प्रभाव के आकलन में जुटे हैं। इस बीच इमर्जिंग माइक्रोब्स एंड इंफेक्शन जनरल में प्रकाशित एक शोध में कहा गया है कि पहले संक्रमित हो चुके व वैक्सीन ले चुके लोगों में ओमिक्रॉन को मात देने की क्षमता अधिक है।
उधर चीन के नेशनल इंस्टीट्यूट्स फॉर फूड एंड ड्रग कंट्रोल का कहना है कि टीके की तीसरी खुराक ओमिक्रॉन से बचाने में कुछ हद तक ही कारगर हो सकती है। वैज्ञानिकों का कहना है कि शुरूआती परीक्षण में यही पता चला है कि पहले संक्रमित हो चुके व टीका लगवा चुके लोगों में बचाव की गुंजाइश कुछ हद तक है। (Omicron World Update)
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