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India News (इंडिया न्यूज) Jamia University Violence Case, दिल्ली: यह घटना पिछले साल 2022 सितंबर महीने की हैं। जामिया मिलिया इस्लामिया में छात्रों के दो गुट के बीच हुई हिंसा के मामले में जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी ने कड़ा कदम उठाया है। इसको लेकर यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने 15 छात्रों पर सख्त कार्रवाई की है। और 3 छात्रों को यूनिवर्सिटी से निष्कासित भी कर दिया गया है। बता दें कि बीते साल 2022 की इस घटना में एक छात्र को गोली भी लग गई थी। इस घटना के अगले दिन ही यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कई छात्रों को सस्पेंड कर दिया था। इसके बाद अनुशासनात्मक कमेटी ने मामले की जांच की। कमेटी ने मामले की जांच के बाद जो भी तथ्य रखे, उसी के आधार पर ये फैसला लिया गया है।
न्यूज एजेंसी एएनआई (ANI) के मुताबिक, जामिया के रजिस्ट्रार नाजिम हुसैन अल जाफरी ने कहा, “अनुशासन समिति ने एक उदाहरण स्थापित करने के लिए उचित प्रक्रिया का पालन किया है कि विश्वविद्यालय परिसर में किसी भी प्रकार की अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।” इन छात्रों को सजा के तौर पर यूनिवर्सिटी से निष्कासन के अलावा कैंपस घुसने पर प्रतिबंध, हॉस्टल नहीं मिलना और अच्छा व्यवहार करने के लिए बॉन्ड भरना शामिल हैं।
इन तीन छात्रों को किया गया है निष्कासित
बता दें कि जिन तीन छात्रों को यूनिवर्सिटी से निष्कासित किया गया है उनमें मुजबीर रहमान (बीए, पॉलिटिकल साइंस), सलमान खुर्शीद (बीए प्रोग्राम) और मोहम्मद फैजल (एमए) शामिल हैं। इन तीनों छात्रों पर यूनिवर्सिटी का माहौल बिगाड़ने और छात्रों को लड़ाई में शामिल होने के लिए उकसाने का आरोप है। वहीँ मुजबीर रहमान और सलमान खुर्शीद को 24 अप्रैल को एक नोटिस भी जारी किया गया था। अधिकारी के अनुसार इन 15 छात्रों में से सिर्फ 3 छात्रों को परीक्षा देने की इजाजत दी गई है। हालांकि इन तीनों छात्रों पर 5 साल तक कैंपस में न घुसने की सजा और कोर्स खत्म होने के बाद यूनिवर्सिटी के किसी अन्य कोर्स में एडमिशन नहीं दिए जाने की सजा भी दी गई है। ये छात्र सिर्फ मौजूदा कोर्स की परीक्षा दे पाएंगे।
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