India News (इंडिया न्यूज), Bihar Film City: अब तक अपनी ऐतिहासिक विरासत और सांस्कृतिक धरोहरों के लिए जाना जाने वाला बिहार अब फिल्म जगत का नया पसंदीदा गंतव्य बनता जा रहा है। बॉलीवुड से लेकर वेब सीरीज निर्माताओं तक की निगाहें अब बिहार के खूबसूरत लोकेशन और सरकारी प्रोत्साहनों पर टिकी हैं। ‘फिल्म प्रोत्साहन नीति 2024’ के तहत सरकार ने करोड़ों की अनुदान योजना, 200 एकड़ में बन रही फिल्म सिटी और सिंगल विंडो सिस्टम जैसी सुविधाओं की घोषणा की है, जिससे यहां शूटिंग को बढ़ावा मिल रहा है।
फिल्म निर्माताओं को आकर्षित करने के लिए बिहार सरकार ने भारत की सबसे आकर्षक सब्सिडी योजनाओं में से एक को लागू किया है। अगर किसी फिल्म की 75% शूटिंग बिहार में होती है, तो उसे 2 से 4 करोड़ रुपये का अनुदान दिया जाएगा। इसके अलावा टीवी सीरियल के लिए भी 1 करोड़ रुपये तक की आर्थिक मदद की व्यवस्था की गई है। इस नीति का मुख्य उद्देश्य न केवल बड़े बैनर की फिल्मों को बिहार में लाना है, बल्कि यहां के स्थानीय कलाकारों, तकनीशियनों और लेखकों को एक नई पहचान देना भी है।
Bihar Film City
फिल्म निर्माण को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए सरकार राजगीर में 200 एकड़ जमीन पर अत्याधुनिक फिल्म सिटी का निर्माण कर रही है। इस परियोजना में 200 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा, जिसमें हाई-टेक एडिटिंग लैब, स्टूडियो, पोस्ट-प्रोडक्शन सुविधाएं, शूटिंग सेट और प्रशिक्षण केंद्र होंगे। यह फिल्म सिटी न केवल बॉलीवुड बल्कि क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय फिल्म निर्माताओं को भी आकर्षित करेगी।
बिहार की ऐतिहासिक विरासत, प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक समृद्धि इसे शूटिंग के लिए एक अनूठा गंतव्य बनाती है। यहां कई फिल्मों और वेब सीरीज की शूटिंग हो चुकी है, जिससे इसकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है।
बिहार की छवि हमेशा से बॉलीवुड में रही है, लेकिन अब निर्माता भी यहां शूटिंग के लिए आकर्षित हो रहे हैं। ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ जैसी हिट फिल्मों से लेकर ‘महारानी’ और ‘पंचायत’ जैसी लोकप्रिय वेब सीरीज तक में बिहार की झलक देखने को मिली है। ‘सुपर 30’, ‘मुक्काबाज’, ‘विक्रम वेधा’ और ‘पठान’ जैसी फिल्मों में भी बिहार के विभिन्न स्थानों को दर्शाया गया है।
पहले फिल्म निर्माताओं को शूटिंग की अनुमति के लिए कई सरकारी विभागों के चक्कर लगाने पड़ते थे, जिससे प्रक्रिया लंबी और जटिल हो जाती थी। लेकिन अब बिहार सरकार ने ‘सिंगल विंडो सिस्टम’ लागू किया है, जिसके जरिए कुछ ही दिनों में सभी जरूरी अनुमतियां मिल जाएंगी। इसके अलावा ‘फिल्म सुविधा प्रकोष्ठ’ की भी स्थापना की जा रही है, जहां फिल्म उद्योग के विशेषज्ञ निर्माताओं को हर संभव सहायता प्रदान करेंगे।
बिहार की नई फिल्म नीति न केवल राज्य को फिल्म निर्माण के नए केंद्र के रूप में स्थापित कर रही है, बल्कि इससे पर्यटन और स्थानीय रोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा। फिल्म निर्माताओं के लिए आकर्षक अनुदान, आधुनिक फिल्म सिटी और आसान अनुमति प्रणाली ने इसे बॉलीवुड के लिए नया केंद्र बना दिया है। बिहार अब न केवल इतिहास रचने के लिए बल्कि बड़े पर्दे पर अपनी अलग पहचान बनाने के लिए भी तैयार है।