India News (इंडिया न्यूज), Chhaava Review: आज विक्की कौशल की बहुप्रतीक्षित फिल्म छावा रिलीज हो गई है। फिल्म को पहला रिस्पांस बहुत अच्छा मिला है। यह फिल्म दर्शकों को बहुत पसंद आ रही है। फिल्म की एडवांस बुकिंग भी करोड़ों में रही है। यह फिल्म मराठा योद्धा छत्रपति संभाजी महाराज की कहानी पर आधारित है, जो छत्रपति शिवाजी महाराज के बेटे थे। हालांकि शिवाजी महाराज का नाम पूरे देश में जाना जाता है, लेकिन उनके जाबांज बेटे की वीरगाथा महाराष्ट्र तक सीमित रह गई थी। निर्देशक लक्ष्मण उतेकर ने प्रसिद्ध मराठी लेखक शिवाजी सावंत के उपन्यास ‘छावा’ को बड़े पर्दे पर उतारने का साहसिक प्रयास किया है।
‘छावा’ की कहानी उस दौर की है जब शिवाजी महाराज का ‘हिंदवी स्वराज्य’ अपने चरम पर था और मुगल शासक औरंगजेब उसे जीतने के सपने देख रहा था। शिवाजी महाराज के निधन के बाद जब औरंगजेब को लगा कि अब दक्षिण भारत पर कब्जा करना आसान होगा, तब संभाजी महाराज ने अपने पराक्रम से इतिहास रच दिया। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे छत्रपति संभाजी महाराज ने मुगलों की लाखों की सेना के सामने कुछ हजार मराठा योद्धाओं के साथ खड़े होकर युद्ध लड़ा। उनकी वीरता और त्याग को बड़े पर्दे पर देखना गर्व से भर देता है।
Chhaava Review
विकी कौशल ने अब तक कई दमदार किरदार निभाए हैं, लेकिन ‘छावा’ में उनकी परफॉर्मेंस करियर की सर्वश्रेष्ठ मानी जा सकती है। वह पूरी तरह से छत्रपति संभाजी महाराज के किरदार में ढल गए हैं। उनकी बॉडी लैंग्वेज, डायलॉग डिलीवरी और युद्ध के दृश्यों में उनकी ऊर्जा देखने लायक है। निर्देशक लक्ष्मण उतेकर ने फिल्म को भव्य और ऐतिहासिक रूप देने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। हालांकि पहला हाफ थोड़ा धीमा लगता है, लेकिन सेकंड हाफ पूरी फिल्म की जान है। फिल्म खत्म होने के बाद थिएटर से निकलते समय दर्शकों के चेहरे पर गौरव और सम्मान की भावना साफ झलकती है।
भारतीय इतिहास की कई वीर गाथाएं आज भी अनकही हैं। ‘छावा’ उन्हीं कहानियों में से एक को जीवंत करने का प्रयास है। फिल्म न केवल संभाजी महाराज के बलिदान को दिखाती है, बल्कि यह भी बताती है कि किस तरह वह अंत तक अपने राज्य और लोगों के लिए लड़ते रहे। लक्ष्मण उतेकर ने कहानी को इस तरह से दिखाया है कि यह आज के युवाओं को भी जोड़ सके। यह फिल्म सिर्फ एक पीरियड ड्रामा नहीं, बल्कि एक भावना है, जो हमारे गौरवशाली इतिहास को बड़े पर्दे पर जीवंत करती है।
अगर आप इतिहास, वीरता और युद्ध की कहानियों में दिलचस्पी रखते हैं, तो ‘छावा’ को मिस करना भारी गलती होगी। खासकर जब यह फिल्म एक ऐसे योद्धा की कहानी बयां करती है, जिसकी बहादुरी को अब तक ज्यादा मंच नहीं मिला। विकी कौशल की दमदार एक्टिंग, लक्ष्मण उतेकर का बेहतरीन निर्देशन और एक प्रेरणादायक कहानी ‘छावा’ को जरूर देखने लायक बनाते हैं। यह फिल्म सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि इतिहास का एक ऐसा पाठ है, जिसे हर भारतीय को देखना चाहिए। अगर आप इस वीकेंड एक दमदार और प्रेरणादायक फिल्म देखना चाहते हैं, तो ‘छावा’ को अपने लिस्ट में जरूर शामिल करें।