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India News (इंडिया न्यूज Nana Patekar struggle: नाना पाटेकर बॉलीवुड इंडस्ट्री के सबसे पॉपुलर एक्टर्स में से एक हैं। लोग उनकी एक्टिंग के कायल हैं। उन्होंने अपने करियर में कई यादगार फिल्में दी हैं। भले ही आज नाना पाटेकर के पास सबकुछ हो लेकिन एक वक्त ऐसा भी था जब उन्हें दिन में सिर्फ एक बार खाना मिलता था। घर के हालात ऐसे थे कि उन्होंने 13 साल की उम्र में ही काम करना शुरू कर दिया था। हाल ही में नाना पाटेकर ने अपने बचपन के दिनों को याद किया।
उन्होंने बताया कि वह काफी छोटी उम्र में ही बड़े हो गए थे। सिद्धार्थ कन्नन को दिए इंटरव्यू में नाना पाटेकर ने कहा, ‘मैंने 13 साल की उम्र में काम करना शुरू कर दिया था। मैं बहुत जल्द 30 साल का हो गया। 13 साल की उम्र में मुझे दिन में सिर्फ एक बार खाना मिलता था। सैलरी 35 रुपये महीना थी। उस वक्त मैं 9वीं क्लास में था। फिर मैंने 10वीं और 11वीं की पढ़ाई की, तब भी मैं काम कर रहा था।’
नाना पाटेकर ने कहा, ‘मुझे लगता है कि हालात आपकी उम्र तय करते हैं, लेकिन मैंने कभी भी हालात को अपनी उम्र तय नहीं करने दी। अब मैं अपनी उम्र खुद तय करता हूं कि मैं 18 साल का हूं या 19 साल का। मैं मौज-मस्ती और हंसी-मजाक के अलावा कुछ नहीं सोच सकता, मैं मौत से नहीं डरता। एक दिन तो मरना ही है। इतने सारे एक्टर्स चले गए। बहुत बुरा लगता है। फिर सोचता हूं कि हमारा भी वक्त आएगा, हम भी एक दिन चले जाएंगे।
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उन्होंने आगे कहा, ‘जब तक आपके पास अपने माता-पिता का साथ है, आपको किसी चीज की जरूरत नहीं है। मेरे पास मेरे पिता और मां थे। लेकिन दिक्कत यह थी कि उनके पास कुछ भी नहीं था। उन्होंने हमसे पूछा कि किस फूल की खुशबू सबसे अच्छी है, हमने कहा रोटी। उससे अच्छी कोई खुशबू नहीं है। क्योंकि पेट खाली था। हम इतने भूखे थे कि हम फूल भी नहीं देख पाए। हमारे पास रोटी भी नहीं थी।’
बता दें कि नाना पाटेकर ने ‘परिंदा’, ‘क्रांतिवीर’, ‘शक्ति’, ‘सलाम बॉम्बे’, ‘प्रहार’, ‘तिरंगा’, ‘वेलकम’, ‘यशवंत’ जैसी फिल्मों में काम किया है। हाल ही में वह अनिल शर्मा द्वारा निर्देशित फिल्म वनवास में नजर आए थे जिसमें उन्होंने उत्कर्ष शर्मा के साथ काम किया था।
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