India News (इंडिया न्यूज़), Javed Akhtar: बॉलीवुड के मशहूर गीतकार जावेद अख्तर अक्सर सुर्खियों में बने रहते हैं। जावेद अख्तर बेबाक अंदाज लोगों को आकर्षित करता है। इसी बीच एक बार फिर जावेद अख्तर का बयान सोशल मीडिया पर चर्चे में है। दरअसल, जावेद अख्तर राज ठाकरे के दीपोत्सव कार्यक्रम में पहुंचे थें। जहां उन्होंने खुल कर हिंदुओं के बार में अपनी राय रखी है। साथ ही वो यहां जय श्री राम के नारे भी लगाते दिखें।

  • सीता और राम प्रेम के प्रतीक
  • हिंदुओं का दिल हमेशा से बड़ा रहा

मर्यादा पुरुषोत्तम राम का सम्मान

इस दौरान उन्होंने कहा कि वैसे तो मैं नास्तिक हूं, लेकिन फिर भी मैं मर्यादा पुरुषोत्तम राम का सम्मान करता हूं। मुझे गर्व है कि मैं माता सीता की भूमि पर जन्म लिया हूं। भगवान श्री राम हमारी संस्कृति और सभ्यता का हिस्सा हैं। इसी वजह से मैं इस इवेंट में हिस्सा लिया हूं। जब भी हम मर्यादा पुरुषोत्तम का जिक्र करते हैं तो भगवान श्री राम और माता सीता का ही नाम हमारे जुबान पर आता है।

कहीं ना कहीं रावण छिपा

उन्होंने आगे कहा कि ‘सीता और राम प्रेम के प्रतीक हैं। उनका नाम अलग से लेना बहुत बड़ा पाप है। हम में से कोई भी उनका नाम अलग से नहीं ले सकते हैं। जो ऐसा करना चाहता था, वो सिर्फ और सिर्फ रावण था। अगर आप भी सिर्फ एक नाम लेते हैं, तो आपके मन में भी कहीं ना कहीं रावण छिपा हुआ है।’

पुराने यादों को साझा किया

इतना ही नहीं उन्होंने पुराने यादों को साझा करते हुए कहा कि ‘मुझे आज भी वे समय अच्छे से याद है जब हम सुबह के समय लखनऊ में टहलने निकलते थे। तब सभी लोग एक-दूसरे को जय सिया राम कहते थे। अब हमारे समाज में असहिष्णुता बढ़ गई है। हांलाकि कुछ ऐसे लोग पहले भी थें, जिनके अंदर सहनशीलता नहीं थी। हालांकि इनमें से कोई हिंदू ऐसा नहीं था। हिंदुओं का दिल हमेशा से बड़ा रहा है। इन्हें अपने अंदर से ये चीज खत्म नहीं होने देना चाहिए।’

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