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‘तुमने अभी तक सतह भी नहीं छुई’, पिता महेश भट्ट ने क्यों दी थी आलिया को मेरिल स्ट्रीप से सीखने की सलाह? बेटी की मदरहुड और प्रोफेशनल लाइफ पर क्या कहा?

Mahesh Bhatt on Learning From Meryl Streep: पिता महेश भट्ट ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि अभी भी आलिया को इस कला की गहराई को समझना बाकी है. और इस दौरान उन्होंने बेटी आलिया को एक सलाह भी दी थी.

Written By: shristi S
Last Updated: 2025-12-27 17:10:14

Mahesh Bhatt Advice on Alia Bhatt Career: बॉलीवुड एक्ट्रेस आलिया भट्ट गंगूबाई काठियावाड़ी में अपनी परफॉर्मेंश के लिए नेशनल अवॉर्ड जीत अपनी काबिलियत और मेहनत का लौहा इंडस्ट्री में मनावा चुंकी हैं. अपने करियर की शुरुआत से ही उनकी एक के बाद एक फिल्में हिट और सुपरहिट साबित हुई, लेकिन उनके पिता महेश भट्ट ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि अभी भी आलिया को इस कला की गहराई को समझना बाकी है. और इस दौरान उन्होंने बेटी आलिया को एक सलाह भी दी थी. चलिए विस्तार से जानें पूरी कहानी.

जब पिता महेश भट्ट ने बेटी आलिया को दी सलाह

 डायरेक्टर महेश भट्ट ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि आलिया के मां बनने के बाद भी एक्टिंग में उनका जुनून कम नहीं हुआ है. इस बात से मैं काफी हैरान हूं क्योंकि मुझे ऐसा नहीं लगा था कि वह कर सकती है. हाईवे और उड़ता पंजाब जैसी फिल्मों में आलिया की परफॉर्मेंस ने मुझे काफी हद तक हैरान किया था. मैं मेरिल स्ट्रीप का बहुत बड़ा फैन हूं और मैने आलिया से कहा था कि जाओ और उनका काम देखों, इससे तुम्हें एहसास होगा कि तुमने अभी तक कुछ भी नहीं किया है.

आलिया की मदरहुड पर पिता महेश ने क्या कहा?

बता दें कि, महेश भट्ट ने इस दौरान उनके मदरहुड और प्रोफेशनल लाइफ पर बात करते हुए कहा कि आलिया  कैसे अपनी प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ को पूरी तरह से बैलेंस करती हैं. आलिया ने रणबीर से शादी करने का फैसला किया, उनकी फिल्में और बड़ी होती गईं, उनका एक बच्चा हुआ, और वह काम करती रही.
वह हाल ही में अपनी बेटी को साथ लेकर गुच्ची इवेंट के लिए मिलान गई थीं. मैंने हाल ही में उनके और मिस्टर बच्चन के साथ एक ऐड किया. मैंने देखा कि राहा के लिए एक वैनिटी थी और आलिया ने कहा कि पापा, आप जाकर राहा के कमरे में क्यों नहीं बैठ जाते?’ मैं उसे खराब नहीं करना चाहता था. वह एक नर्सरी स्कूल जैसा लग रहा था. वह लगभग एक मंदिर जैसा लग रहा था. मैंने कहा ‘नहीं, नहीं, नहीं, बूढ़े आदमी की वहां कोई जगह नहीं है.’ लेकिन ये हैं नई पीढ़ी की हीरोइनें हैं. वे काम करती हैं, वे पेरेंटिंग करती हैं, वे अपने बच्चों को साथ लेकर गुच्ची इवेंट्स में जाती हैं.

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