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India News (इंडिया न्यूज़), Johnny Walker Death Anniversary, दिल्ली: हिंदी सिनेमा में कई कॉमेडियंस ने अपना जलवा दिखाने की कोशिश की लेकिन जॉनी वॉकर का क्रेज सबसे ज्यादा रहा है। 11 नवंबर 1926 को मध्यप्रदेश के इंदौर में जन्मे जॉनी वॉकर इस दुनिया को अलविदा कह चुके हैं, लेकिन आज भी फैंस उनके दीवाने हैं। बता दे की 30 जुलाई 2003 के दिन इस दुनिया को उन्होंने अलविदा कह दिया था और आज उनकी डेथ एनिवर्सरी के दिन हम आपको उनकी जिंदगी की यही चुनिंदा किस्सों के बारे में बताएंगे।
जॉनी वॉकर का असली नाम बदरुद्दीन जमालुद्दीन काजी था। उनके पिता श्रीनगर के कपाट मिल में मजदूर का काम करते थे। वही जब कपाट मिल बंद हुई तो पूरा परिवार अपना गुजर-बसर करने के लिए मुंबई आ गया, हालांकि मायानगरी आने के बाद उनके लिए कमाई करना काफी ज्यादा मुश्किल था और उनकी कमाई कभी भी ज्यादा नहीं हो सके। 15 सदस्यों वाले परिवार का पालन पोषण इतना आसान नहीं था। ऐसे में बदरुद्दीन में बंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट (बेस्ट) की बसों में कंडक्टर की नौकरी करना शुरू कर दिया। कमाई तो उसमें भी इतनी ज्यादा नहीं थी, लेकिन कंडक्टर के साथ-साथ दूसरे कामों को भी करने लगे।
बदरुद्दीन बस कंडक्टर की नौकरी करते हुए जॉनी अपने मुसाफिरों को दिलकश अंदाज में किस्से और कहानियां सुनाएं करते थे। उनका मकसद हमेशा से अपने हुनर को मुकाम पर पहुंचाना था। जो 1 दिन कामयाबी हो गया। अभिनेता बलराज साहनी एक बार उस बस में सफर कर रहे थे। जिसके जॉनी कंडक्टर थे, उन्होंने जॉनी का यह दिलकश अंदाज देखा। जिसे देखने के बाद वह उनपर फिदा हो गए और उन्हें गुरुदत्त से मिलने की सलाह दे डाली, कहा जाता है कि गुरुदत्त में जॉनी को एक शराबी की एक्टिंग करने के लिए कहा और वही बदरुद्दीन की एक्टिंग देखने के बाद गुरुदत्त इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने तुरंत उन्हें फिल्म बाजी में साइन कर लिया। इसके बाद कभी भी उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और भारतीय सिनेमा में बतौर कॉमेडियन काम करने लगे।
इसके साथ ही बता दें कि बदरुद्दीन का नाम जॉनी वॉकर पड़ने के पीछे भी एक किस्सा शामिल है। दरअसल, बदरुद्दीन ने अधिकतम फिल्मों में शराबी का किरदार निभाया था लेकिन हकीकत में उन्होंने ताउम्र शराब को हाथ तक नहीं लगाया। यही वजह थी कि गुरुदत्त ने उन्हें व्हिस्की की एक लोकप्रिय ब्रांड जॉनी वॉकर का नाम दे डाला, इसकी बाद वह जॉनी वॉकर के नाम से पहचाने जाने लगे थे।
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