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India News (इंडिया न्यूज़), Rajni Bector, दिल्ली: पिछले दशकों में, हमने भारत में बहुत सारी महिला बिजनेसवुमन को देखा है, जिन्होंने न केवल उन एरिया को बदल दिया है जिनमें वे काम कर रहे थे, बल्कि दुनिया भर के बिजनेस स्कूलों में कई छात्रों को प्रेरित भी किया। चाहे हम किरण मजमुदार की बात करें या सावित्री जिंदल की ऐसी कई बिजनेसवुमेन की प्रेरणादायक कहानियों के बारे में बात करें तो ये लिस्ट कभी खत्म ही नहीं होगी।
पिछले दो दशकों में, हमने महिला एंटरप्रेन्योर को आगे आते और अपने काम में सक्सेस के साथ पुरानी ख्याली बातों को तोड़ते हुए देखा है। ई-कॉमर्स, फिनटेक, एडुटेक, एफएमसीजी, रिटेल, ऑटोमोबाइल और आईटी से लेकर रियल एस्टेट और इंफ्रास्ट्रक्चर तक, महिला एंटरप्रेन्योर भारत के लगभग हर कमर्शियल एरिया में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही हैं। WISER (वुमेन इन इंडियाज स्टार्टअप इकोसिस्टम रिपोर्ट) की रिपोर्ट के मुताबिक, 2017 से 2021 तक भारत में महिलाओं के स्टार्टअप 18 फीसदी तक बढ़ गई हैं।
जानकारी के मुकाबिक, भारत का स्टार्टअप इकोसिस्टम ग्लोबल लेवल पर तीसरा सबसे बड़ा है, और महिलाएं इसमें 50 प्रतिशत की सशक्त भागीदारी रखती हैं। इतना ही नहीं, MSCI ESG की रिपोर्ट से यह भी पता चलता है कि लिडरशिप पर महिलाओं वाली कंपनियों ने इक्विटी पर 10.1 प्रतिशत का एनुअल रिटर्न हासिल किया है, जबकि बिना नेतृत्व वाले पदों पर यह 7.4 प्रतिशत है। इतनी सारी महिलाओं को एंटरप्रेन्योरशिप की ओर मुड़ते और एक नए भारत को आकार देते हुए देखना बहुत प्रेरणादायक है। हालाँकि, आज हम रजनी बेक्टर के बारे में बात करने जा रहे हैं, जो कई एंटरप्रेन्योर के लिए प्रेरणा का स्रोत रही हैं।
रजनी बेक्टर को एक एंटरप्रेन्योर के रूप में उनकी प्रेरणादायक यात्रा के लिए जनवरी 2021 में भारत सरकार से पद्म श्री अवॉर्ड मिला थी। बता दें की, रजनी ने 20,000 रुपये के मामूली निवेश के साथ एक इन-हाउस बेकिंग और आइसक्रीम की दुकान शुरू की। जो अब मिसेज बेक्टर्स फ़ूड स्पेशलिटीज़ लिमिटेड के नाम से जानी जाती है। हाँ! रजनी बेक्टर वह महिला हैं, जो एफएमसीजी (फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स) में भारत के सबसे पुराने और सबसे पसंदीदा ब्रांडों में से एक हैं।
क्रेमिका और इंग्लिश ओवन जैसे भारत के जाने माने ब्रांडों की स्थापना भी रजनी बेक्टर ने अपनी मूल कंपनी, मिसेज बेक्टर फूड स्पेशलिटीज लिमिटेड के तहत की थी। मिसेज बेक्टर्स फ़ूड स्पेशलिटीज़ लिमिटेड का बाज़ार पूंजीकरण 2023 में 6681 करोड़ रु.के विशाल स्तर को छू गया। बता दें की रजनी बेक्टर का जन्म कराची (अब पाकिस्तान में) के एक परिवार में हुआ था। जबकि उनके पिता एक महालेखाकार थे, इसलिए उनके परिवार के कई सदस्य और रिश्तेदार सरकारी विभागों में काम करते थे। हालाँकि सरकार में उनके संपर्कों ने उन्हें बिना किसी बड़ी चोट के भारत में प्रवेश करने में मदद की, लेकिन युवा रजनी ने रेलगाड़ियों को यात्रियों से नहीं बल्कि शवों से भरी हुई देखा था।
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