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Do This Work Before March 10: What Will Happen After That? 10 मार्च से पहले कर लें ये कार्य: उसके बाद क्या होगा
इंडिया न्यूज।
Do this work before March 10: What will happen after that: आगामी 18 मार्च को होलिका दहन होगा। इससे आठ दिन पहले यानी 10 मार्च से होलाष्टक शुरू हो जाएगा। (Work) इस दौरान विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन जैसे शुभ काम नहीं किए जाते हैं। (March)अगर आप भी ऐसा ही कोई शुभ कार्य करना चाहते हैं तो 10 मार्च से पहले कर लें। इन दिनों में भगवान विष्णु की पूजा खासतौर पर करनी चाहिए।(happen)
ज्योतिषों के अनुसार फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी से फाल्गुन पूर्णिमा तक होलाष्टक रहता है। होलिका दहन के बाद होलाष्टक खत्म हो जाता है। इन आठ दिनों में शुभ कार्य वर्जित रहते हैं, लेकिन ये आठ दिन पूजा-पाठ और ध्यान के लिए शुभ माने जाते हैं। Do This Work Before March 10: What Will Happen After That?
जानकारी के अनुसार 14 मार्च को सूर्य मीन राशि में चला जाएगा। सूर्य के मीन राशि में जाने से मलमास शुरू हो जाएगा। सूर्य जब गुरु ग्रह की धनु या मीन राशि में रहता है तो मलमास माना जाता है। ज्योतिष की मान्यता है कि सूर्य जब गुरु ग्रह की राशि में रहता है तो सूर्यदेव देवगुरु बृहस्पति की सेवा में रहते हैं।
सूर्य पंचदेवों में से एक हैं और इनकी पूजा हर एक शुभ काम में अनिवार्य रूप से की जाती है। सूर्य गुरु बृहस्पति की सेवा में रहते हैं तो वे मांगलिक कर्मों में उपस्थित नहीं हो पाते हैं। इस वजह से मलमास में विवाह, गृह प्रवेश जैसे शुभ काम के मुहूर्त नहीं रहते हैं। सूर्य 14 मार्च से 14 अप्रैल तक मीन राशि में रहेगा। 14 अप्रैल को ये ग्रह मेष राशि में प्रवेश करेगा और फिर से मांगलिक कर्म की शुरूआत हो जाएगी।
होलाष्टक के दौरान मौसम में न तो ज्यादा ठंड रहती है और न ही ज्यादा गर्मी रहती है। ये समय मौसम परिवर्तन का है। ठंड खत्म हो रही है और गर्मी आ रही है। ऐसे में अधिकतर लोगों का मन काम में नहीं लग पाता है। इस वजह से होलाष्टक के दिनों में ध्यान करने का सबसे ज्यादा फायदेमंद रहता है। ध्यान करने से मन की एकाग्रता बढ़ती है, नकारात्मक विचार खत्म होते हैं और काम में मन लगने की समस्या खत्म हो सकती है। इन दिनों में किए गए जाप और पूजा-पाठ से भक्त की मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं। Do This Work Before March 10: What Will Happen After That
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