GJU Convocation Ceremony : तकनीक को गांव-गांव तक पहुंचाना जरूरी
दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति ने कहा कि गुरु जम्भेश्वर महाराज ने वैज्ञानिक सोच और नैतिक जीवन शैली पर जोर दिया था। उनके विचार आज भी प्रासंगिक हैं। उन्होंने कहा, बदलती वैश्विक मांग के अनुरूप युवाओं को तैयार करना उच्च शिक्षण संस्थानों के लिए एक चुनौती है। देश के विकास के लिए यह भी जरूरी है कि टेक्नोलॉजी गांव-गांव तक पहुंचे और ज्यादा से ज्यादा इनोवेशन को बढ़ावा दिया जाए।”
गवर्नर बोले- नौकरी ढूंढने वाले नहीं, देने वाले बनो
वहीं हरियाणा के गवर्नर बंडारू दत्तात्रेय ने दीक्षांत समारोह में कहा, “डिग्री मिलने के बाद विद्यार्थी नौकरी ढूंढना शुरू कर देते हैं, लेकिन सबको नौकरी नहीं मिलेगी। आज के दौर में उन्हीं को रोजगार मिलेगा, जिनके पास बेहतरीन टेक्नोलॉजी की समझ होगी। इसलिए युवाओं को नौकरी मांगने वाला नहीं, नौकरी देने वाला बनना चाहिए।”
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GJU बना डिजिटल डिग्री देने वाला पहला विश्वविद्यालय
इसके अतिरिक्त गुरु जम्भेश्वर यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर नरसी राम बिश्नोई ने बताया कि GJU अब हरियाणा का पहला ऐसा विश्वविद्यालय बन गया है जो डिजिटल डिग्री जारी करेगा। विद्यार्थियों को ई-मेल पर डिजिटल डिग्री भेजी जाएंगी, जिसे दुनिया के किसी भी कोने में सरकारी और गैर-सरकारी संस्थानों द्वारा ऑनलाइन वेरिफाई किया जा सकेगा।
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दीक्षांत समारोह में वितरित की गई डिग्रियां
- 561 पीएचडी डिग्रियां दी गईं
- कुल 2090 विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान की गई
- 564 विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय मेडल मिले
- विश्वविद्यालय में 60% विद्यार्थी ग्रामीण पृष्ठभूमि से हैं
- 70% यूनिवर्सिटी मेडलिस्ट लड़कियां हैं
इंद्रेश कुमार को दी गई मानद उपाधि
RSS की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य इंद्रेश कुमार को इस समारोह में हरियाणा के गवर्नर बंडारू दत्तात्रेय द्वारा मानद उपाधि से सम्मानित किया गया।
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