India News (इंडिया न्यूज), Onsite Disaster Drill At PRPC : पानीपत रिफाइनरी एवं पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स में संभावित खतरों जैसे आग और गैस रिसाव से निपटने के लिए नियमित रूप से आपदा ड्रिल का आयोजन किया जाता है। इसी क्रम में शुक्रवार को एक ऑनसाइट आपदा ड्रिल का आयोजन किया गया। जिसका उद्देश्य निर्धारित दिशानिर्देशों के अनुसार आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली का मूल्यांकन करना था।
इस आपदा ड्रिल के लिए परिदृश्य “वन्स थ्रू हाइड्रोक्रेकर यूनिट (ओ.एच.सी.यू.) के स्ट्रिपर (सी-501) के आउटलेट स्ट्रीम से ओवरहेड वेसल (वी-501) तक पूर्ण बोर रिलीज जिसके परिणामस्वरूप हाइड्रोकार्बन और हाइड्रोजन सल्फाइड का रिसाव निर्धारित किया गया। Onsite Disaster Drill At PRPC
Onsite Disaster Drill At PRPC
शुक्रवार सुबह 11:18 बजे जैसे ही फायर अलार्म बजा मुख्य अग्निशमन केंद्र और सैटेलाइट अग्निशमन केंद्र से दमकल गाड़ियां तत्काल मौके पर पहुंची। स्थिति का आंकलन करने के बाद प्रभावित क्षेत्र में वाटर करटेइन बनाना शुरू किया। सभी अग्निशमन कर्मी इस दौरान स्व-निहित श्वास यंत्र (एस.सी.बी.ए.) पहने हुए थे। फायर एंड सेफ्टी विभाग के शिफ्ट इंचार्ज ने यूनिट के शिफ्ट इंचार्ज से समन्वय स्थापित कर वेसल वी-501 और फर्नेस के जल स्प्रे सिस्ट्म को संचालित कर स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया। Onsite Disaster Drill At PRPC
यूनिट इंचार्ज डी.जी.एम. (प्रॉडक्शन), डी.जी.एम. (फायर एंड सेफ़्टी) तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी और मेंटेनेंस विभाग भी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे। स्थिति का आंकलन करने के बाद फायर एंड सेफ्टी समन्वयक और यूनिट इंचार्ज ने इसे “मेजर इमरजेंसी” घोषित किया और सुबह 11:32 बजे एल -1 सायरन बजाया गया।
Onsite Disaster Drill At PRPC
सायरन सुनते ही फायर एंड सेफ्टी के महाप्रबंधक साइट इंसीडेंट कंट्रोलर (एस.आई.सी.), चीफ इंसीडेंट कंट्रोलर (सी.आई.सी.) और अन्य आपातकालीन समन्वयक घटनास्थल पर पहुंचे। इस बीच रिसाव के कारण गैस डाउनविंड दिशा में फैलने लगी। जब स्थिति और अधिक गंभीर हो गई तो 11:43 बजे सी.आई.सी. ने कार्यकारी निदेशक एवं रिफाइनरी प्रमुख को सूचना दी। कार्यकारी निदेशक से परामर्श के बाद सी.आई.सी. ने इस घटना को “ऑनसाइट डिज़ास्ट्र (एल-2)” घोषित किया। Onsite Disaster Drill At PRPC
इसके बाद आपदा प्रबंधन योजना सक्रिय की गई और आपातकालीन प्रतिक्रिया एवं आपदा प्रबंधन योजना के तहत समन्वयक अपने-अपने निर्दिष्ट स्थानों पर तैनात हो गए। आसपास की यूनिट्स और फैब्रिकेशन यार्ड से कर्मियों का सुरक्षित निकास करवाया गया। एच.सी.यू. यूनिट का आपातकालीन शटडाउन डी.सी.एस. से शुरू किया गया। उत्पादन कर्मियों ने डिप्रेसराइज़ेशन प्रक्रिया शुरू की। घटना की गंभीरता को देखते हुए एम.एल. डहरिया कार्यकारी निदेशक एवं रिफाइनरी प्रमुख भी मौके पर पहुंचे और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ स्थिति का जायजा लिया।
निरंतर प्रयासों के बाद लगभग एक घंटे में स्थिति को पूरी तरह नियंत्रण में लाया गया और दोपहर 12:35 बजे “ऑल क्लियर” घोषित किया गया। इस आपदा ड्रिल के दौरान विभिन्न आपातकालीन समन्वयकों ने अपनी भूमिकाएं अत्यंत प्रभावी ढंग से निभाई। रिफाइनरी के परस्पर सहयोगी संगठनों पानीपत थर्मल पावर स्टेशन और नेशनल फर्टिलाइज़र लिमिटेड से भी अग्निशमन दल को सतर्क किया गया और वे रिफाइनरी परिसर में पहुंचे। आपदा ड्रिल के बाद समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में डहरिया ने इसमें और सुधार लाने के लिए कहा।