India News (इंडिया न्यूज), Panchayat Minister Krishan Lal Panwar : प्रदेश के पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार के पैतृक गांव पट्टीकल्याणा में गांव की चारों तरफ फिरनी पर गंदगी के लंबे ढेर लगे हुए हैं यहां पर सरेआम स्वच्छता अभियान धज्जियां उड़ाई जा रही है।
शमशान घाट, निजी स्कूल प्राथमिक हेल्थ सेंटर आदि जगहों पर गंदगी के ढेर ग्राम पंचायत का मुंह चिढ़ा रही है जिससे बदबू फैल जाने के कारण आसपास के लोगों का जीना हराम हो गया है। वहीं लोगों के स्वास्थ्य पर इसका बुरा असर पड़ रहा है। ऐसे हालात को देखकर लोगों ने शासन प्रशासन व ग्राम पंचायत की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं वही ग्रामीणों ने रोष पनप रहा है।
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार के 15वें वित्त आयोग व राज्य वित्त आयोग की ओर से गांव में हर साल कई बार स्वच्छता वह पीने के पानी के लिए ग्रांट भेजी जा रही है लेकिन इसके बावजूद भी गांव में कोई सुधार देखने को नहीं मिल रहा कहते हैं गांव में बसता है भारत देश है लेकिन तकरीबन गांव में स्वच्छता को लेकर हालत ठीक नहीं है इसके जिम्मेवार जिला प्रशासन व ग्राम पंचायत है जिसमें स्वच्छता अभियान अमलीजामा नहीं पहनाया जा रहा। अधिकारी भी इसके प्रति गंभीर नहीं है।
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मिली जानकारी के अनुसार गांव पट्टीकल्याणा निवासी सुनील, राजवीर, सुरेश सुरेंद्र, दीपक ,कृष्ण, चिमनलाल, सुरेश पहलवान आदि ने बताया कि प्रदेश के पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार के पैतृक गांव में गंदगी का बुरा हाल है। उन्होंने बताया बताया कि पिछले लंबे समय गांव की चारों तरफ फिरनी गंदगी की चपेट में हैं जिसकी आज तक कोई सुध नहीं ली गई।
उन्होंने बताया कि शमशान घाट निजी स्कूल ,प्राथमिक हेल्थ सेंटर ,मंदिर के नजदीक आदि जगहों पर कूड़े कर्कट लगे ढेर कुरड़ी में तब्दील हो रहे हैं हर तरफ गंदगी के फैल जाने के कारण यहां पर स्वच्छता अभियान की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है जिससे आसपास के लोगों का जीना हराम हो गया वहीं लोगों को आने जाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और बीमारी फैलने की आशंका बनी हुई है।
यही नहीं लोगों के स्वास्थ्य पर इसका बुरा असर पड़ रहा है। ऐसा बुरा हाल हो गया कि ग्राम पंचायत कोई ध्यान नहीं दे रही। शासन व प्रशासन की अनदेखी के चलते किसी का कोई ध्यान नहीं है यहां तक की प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से आज तक गांव का दौरा करना उचित नहीं समझा जिसको लेकर ग्रामीणों में रोष पनप रहा है।
यह पंचायत मंत्री की पैतृक गांव का हाल है। पूर्व सांसद ने इस गांव को गोद लिया था लेकिन इसके बाद कुछ नहीं हुआ। इस संबंध में गांव के सरपंच मुकेश पहलवान ने बताया कि ग्राम पंचायत के पास न तो कोई जमीन है और नहीं आमदनी का कोई जरिया है। जगह-जगह कूड़े करकट के ढेर लगे हुए हैं जिसे उठाने के लिए प्रशासन को ट्रैक्टर-ट्रॉली की व्यवस्था करने की मांग की गई थी लेकिन आज तक कोई समाधान नहीं किया गया।