India News (इंडिया न्यूज),Bad Cholesterol: भारतीय खाने में इस्तेमाल होने वाले कई मसाले औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं। अगर इनका सही तरीके से सेवन किया जाए तो ये मोटापा, कोलेस्ट्रॉल, डायबिटीज समेत कई बीमारियों से राहत दिला सकते हैं। ऐसा ही एक मसाला है दालचीनी। यह मसाला खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ सेहत को बेहतर बनाने में भी कारगर माना जाता है। आयुर्वेद में इस मसाले को कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए रामबाण माना जाता है। दालचीनी दिल की सेहत के लिए भी चमत्कारी है। इसके फायदे जानकर आप हैरान रह जाएंगे।
दालचीनी एक औषधीय मसाला है। आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल कोलेस्ट्रॉल से राहत दिलाने के लिए किया जाता है। अगर सुबह खाली पेट गुनगुने पानी के साथ एक चुटकी दालचीनी का सेवन किया जाए तो कोलेस्ट्रॉल से काफी राहत मिल सकती है। दालचीनी में कुछ ऐसे यौगिक होते हैं जो रक्त में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद कर सकते हैं। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण रक्त वाहिकाओं को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। इससे हृदय रोग का खतरा कम हो सकता है।
Bad Cholesterol: फाड़ कर रख देता है नसें!
विशेषज्ञों के अनुसार, दालचीनी को पानी में उबालकर पीने से वजन घटाने में मदद मिल सकती है। दालचीनी का सेवन करने से शरीर का मेटाबॉलिज्म बढ़ सकता है। इससे शरीर अधिक प्रभावी तरीके से कैलोरी बर्न करता है। इससे वजन घटाने में मदद मिल सकती है। दालचीनी ब्लड शुगर को स्थिर रखने में मदद कर सकती है, जिससे भूख कम लगती है और कैलोरी का सेवन कम होता है। इससे वजन घटाने में मदद मिलती है। आप दालचीनी को चाय, ओटमील या अन्य खाद्य पदार्थों में मिला सकते हैं। हालांकि, दालचीनी को कम मात्रा में ही खाएं। इसका अधिक सेवन नुकसानदायक हो सकता है।
पथरी हो या गांठ, 3 दिन में देगी गला! गठिया के लिए अमृत से कम नहीं ये सब्जी, आज हीं लें अपना!
दालचीनी का सेवन करने से मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। दालचीनी रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है। यह शरीर की इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाती है। दालचीनी पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में मदद करती है। यह गैस, सूजन और अपच जैसी समस्याओं से राहत दिला सकती है। दालचीनी में कुछ ऐसे यौगिक होते हैं जो मस्तिष्क के कार्य को बेहतर बना सकते हैं और अल्जाइमर के जोखिम को कम कर सकते हैं। दालचीनी में एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण होते हैं, जो शरीर को बैक्टीरिया और फंगस से बचाने में मदद कर सकते हैं।