India News (इंडिया न्यूज),Bad Cholesterol: हमारे शरीर में दो तरह के कोलेस्ट्रॉल होते हैं- एचडीएल और एलडीएल। एचडीएल यानी अच्छा कोलेस्ट्रॉल, यह रक्त वाहिकाओं में जमा वसा को बहा ले जाता है, जबकि खराब कोलेस्ट्रॉल गाढ़ा होता है। अगर इसकी मात्रा बढ़ जाए तो यह रक्त वाहिकाओं और धमनियों की दीवारों पर जम जाता है, जिससे रक्त प्रवाह में बाधा आती है। कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से हार्ट अटैक, हाई ब्लड प्रेशर और मोटापे जैसी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के क्या कारण हैं और इसे कंट्रोल करने के घरेलू उपाय क्या हैं?
खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के पीछे सबसे बड़ा कारण आपकी गलत खान-पान की आदतें हैं। अगर आप अपने खाने में लाल फैटी मीट, मक्खन, पनीर, केक, घी का अधिक सेवन करते हैं, तो इसकी वजह से शरीर में फैट और खराब कोलेस्ट्रॉल तेजी से बढ़ता है।
Bad Cholesterol: शरीर में जमा है सालों पुराना गंदा Cholesterol
अगर आपके परिवार में हाई कोलेस्ट्रॉल का इतिहास रहा है, तो यह भी आपके लिए चिंता का विषय है। जेनेटिक हाई कोलेस्ट्रॉल समय से पहले ब्लॉकेज और स्ट्रोक का कारण भी बन सकता है।
जब लोग तनाव में होते हैं, तो वे खुद को आराम देने के लिए धूम्रपान, शराब का सेवन करते हैं और वसायुक्त खाद्य पदार्थ खाते हैं। इसलिए लंबे समय तक तनाव में रहने से ब्लड कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है।
लहसुन
लहसुन एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मददगार है। लहसुन के नियमित सेवन से एलडीएल कोलेस्ट्रॉल का स्तर 9 से 15 प्रतिशत तक कम हो सकता है। यह हाई ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रित करता है। रोजाना लहसुन की दो कलियां छीलकर खाना सबसे अच्छा घरेलू उपाय है।
ओट्स
ओट्स में मौजूद बीटा ग्लूकेन तत्व आंतों की सफाई करके कब्ज की समस्या को दूर करता है। यह खराब कोलेस्ट्रॉल को भी नियंत्रित करता है। अगर तीन महीने तक नियमित रूप से ओट्स का सेवन किया जाए तो कोलेस्ट्रॉल का स्तर 5 प्रतिशत तक कम हो सकता है।
खट्टे फल
खट्टे फलों में घुलनशील फाइबर होता है जो खराब कोलेस्ट्रॉल को रक्तप्रवाह में जाने से रोकता है। ऐसे फलों में मौजूद विटामिन सी रक्त वाहिकाओं को साफ करता है। इस तरह पाचन तंत्र के जरिए खराब कोलेस्ट्रॉल शरीर से बाहर निकल जाता है।