India News (इंडिया न्यूज़), Depression Surgery, मुंबई: मुंबई के जसलोक हॉस्पिटल में एक महिला की डिप्रेशन की सर्जरी हुई। महिला 26 साल से डिप्रेशन की शिकार थी। भारत में पहली बार हुआ है कि जब किसी की डिप्रेशन की सर्जरी की गई हो। जिसकी सर्जरी हुई वह ऑस्ट्रेलिया से भारत अपनी सर्जरी के लिए आई थी। आइए समझने की कोशिश करते हैं कि डीप ब्रेन स्टिमुलेशन सर्जरी आखिर क्या है और इसे कैसे अंजाम दिया जाता है।
डीप ब्रेन स्टिमुलेशन एक खास तरह की सर्जरी होती है। इस दौरान दिमाग के कुछ हिस्सों में इलेक्ट्रोड लगा दिए जाते हैं। इस सर्जरी की मदद से दिमाग में चल रही उन असमान्य विद्युत गतिविधियों को रोका जाता है, जो न्यूरोलॉजिकल विकारों का कारण बनती हैं। सर्जरी के दौरान मरीज जाग रहा होता है। इसमें एक वायर की मदद ली जाती है। इससे इलेक्ट्रोड से पल्स जनरेटर को जोड़ा जाता है। जनरेटर को कॉलरबोन के नीचे छाती की चमड़ी में लगाया जाता है। दो अलग-अलग स्टेजों में इस प्रक्रिया की जाती है।
डीबीएस सर्जरी की बात करें पार्किंसंस, ऑब्सेसिव कम्पलसिव डिसऑर्डर और डिप्रेशन के लिए इसका सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाता है। डिप्रेशन के केस में इस सर्जरी के बाद समस्या समाप्त नहीं होती लेकिन इसमें कमी आती है। भारत में साल 2017 में मेंटल हेल्थकेयर एक्ट बनाया गया था। उसके बाद ये पहला मामला है। जिस महिला की सर्जरी हुई वह 20 प्रकार की दवाईयां डिप्रेशन से बचने की लिए खा रही थी।
मेंटल हेल्थकेयर एक्ट 2017 में साफ तौर पर कहा गया है कि साइकोसर्जरी केवल तभी की जा सकती है जब रोगी इसके लिए सहमति दे। इसके अलावा विशेष रूप से बनाए गए स्टेट मेंटल हेल्थ बोर्ड की मंजूरी जरूरी होती है।
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