India News (इंडिया न्यूज), Health Tips: लगभग सभी लोग साल से साल गेहूं के आटे की रोटी खाते हैं। लेकिन इसमें बदलाव भी जरुरी है। सर्दी हो या गर्मी लोग फल सब्जियां मौसम के हिसाब से ही खाना पसंद करते हैं लेकिन रोटी केवल गेहूं की खाते हैं। तो क्यों न गेहूं के आटे की रोटी की जगह दूसरे अनाज के आटे की रोटी खाई जाये क्योंकि, दूसरे अनाज से बनी रोटी खाना सेहत के लिए एक हेल्दी आदत हो सकती है। गेहूं की रोटी आमतौर पर पूरे साल खाई जाती है, लेकिन अगर सर्दी और गर्मी के दौरान खान-पान में बदलाव किया जाए तो यह शरीर के लिए बहुत फायदेमंद हो सकती है, खासकर उन लोगों के लिए जो डायबिटीज, हाई बीपी या हाई कोलेस्ट्रॉल जैसी गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं।
अगर आप भी डायबिटीज-कोलेस्ट्रॉल के साथ ही कई अन्य बिमारियों को कंट्रोल करना चाहते हैं तो आपको गेहूं के आटे में बाजरे का आटा मिलाकर रोटी बनानी चाहिए। दरअसल बाजरे के आटे में अधिक मात्रा में प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और मिनरल जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। इनसे शरीर को बहुत एनर्जी मिलती है साथ ही ये दिल को भी स्वस्थ रखते हैं। सर्दियों में बाजरे की रोटी खाने से खराब कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल किया जा सकता है, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है।
Health Tips: गेहूं के आटे में बाजरे का आटा मिलाकर रोटी बनानी चाहिए
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बाजरे की रोटी ग्लूटेन-फ्री होती है, जो वजन कम करने में मदद करती है। साथ ही इसमें एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो दिल के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। साथ ही यह हड्डियों को भी बहुत मजबूत बनाता है और डायबिटीज जैसी बीमारियों को कम करने में मददगार साबित होता है। बाजरे के आटे में अधिक मात्रा में फाइबर पाया जाता है, जिससे पाचन बेहतर होता है साथ ही पेट भी लंबे समय तक भरा रहता है। अगर आप सर्दियों के मौसम में अपनी रोटी में बाजरा और गेहूं के आटे का मिश्रण शामिल करते हैं, तो यह न केवल कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करेगा बल्कि आपके समग्र स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाएगा। सर्दियों में इस रोटी को अपने आहार में शामिल करके आप कई स्वास्थ्य संबंधी लाभ प्राप्त कर सकते हैं।