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इंडिया न्यूज़: (5 Signs Explains That Lungs Not Recovered from Covid19) कोरोना वायरस के मामले एक बार फिर लगातार बढ़ रहें हैं। भले ही इस बार रिकवरी पहले से कहीं जल्दी हो रही है, लेकिन फिर भी कई लोगों के फेफड़ें भी प्रभावित हो रहें हैं। कुछ लक्षण इतने गंभीर होते हैं कि उन्हें ठीक करना नामुमकिन साबित हुआ। अगर आप भी हाल ही में कोविड संक्रमण से रिकवर हुए हैं, तो इन लक्षणों पर नजर रखें, जो बताते हैं कि आपके फेफड़े अभी भी प्रभावित हैं।
कोविड-19 संक्रमण के बाद कई मरीजों के फेफड़ों में ज्यादा तरल पदार्थ अक्सर भर जाता है, जिससे सांस लेना मुश्किल हो जाता है। बीमारी के शुरुआती चरण में, प्रोटीन फ्लूएड लीक होकर फेफड़ों में भर जाता है।
अगर कोविड से रिकवरी के बाद भी आपको सांस लेने में दिक्कत होती है, तो दिल और फेफड़ों की जांच करवानी चाहिए। इसके लिए आप पल्मोनरी फंक्शन टेस्ट (PFT), एकोकार्डियोग्राम, सीने का एक्स-रे या स्टेंडर्ड एक्टिविटी टेस्ट करवा सकते हैं।
दुनियाभर में कोविड के मरीजों में एक्यूट रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम (ARDS) के मामले बढ़ते देखे गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, कोविड-19 से जुड़ा ARDS आम ARDS बीमारी से काफी अलग होता है।
कोविड-19 के पल्मोनरी लक्षण ग्राउंड ग्लास के समान हो सकते हैं। ऐसी एक्सरसाइज जो सांस लेने को बेहतर बनाती हैं, सीओपीडी में मदद कर सकती हैं। इससे फेफड़ों से बलगम और दूसरे तरल पदार्थ साफ हो जाते हैं। जिससे सांस बेहतर तरीके से ली जा सकती है।
कोविड-19 की वजह से निमोनिया होने पर फेफड़ों को कुछ समय के लिए नुकसान पहुंचता है, जो किसी भी श्वसन संक्रमण में होता है। जब यह नुकसान गंभीर हो जाता है, तो इसकी रिकवरी भी धीमी पड़ जाती है। डाटा यह भी बताता है कि संक्रमण के एक साल बाद भी एक तिहाई मरीजों के एक्स-रे या फेफड़ों के टेस्ट में स्कारिंग दिखती है।
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