इंडिया न्यूज, नई दिल्ली :
मेटाबॉलिज्म एक ऐसा शब्द है जो शरीर में होने वाले सभी केमिकल रिएक्शन का कारण होता है। ये केमिकल प्रतिक्रियाएं हमारे शरीर के लिए जरूरी हैं। इस शब्द की जगह पर अक्सर मेटॉलिक रेट का उपयोग किया जाता है। मेटाबॉलिक रेट जितना ज्यादा होगा आप उतना ही कैलोरी बर्न करेंगे। आप जितना ज्यादा कैलोरी बर्न करते हैं उतना ही वजन कम होता है। मेटाबॉलिज्म हाई होने से आप एनर्जी से भरपूर महसूस करते हैं। आइए जानते हैं मेटाबॉलिज्म को कैसे बढ़ा सकते हैं।
Boost your metabolism
हेल्दी लाइफस्टाइल के लिए रात को जल्दी सोए और सुबह जल्दी उठे। अच्छी नींद वजन घटाने की प्रक्रिया से जुड़ा होता है। इसके अलावा एनर्जी बढ़ाने में भी मदद करता है। सुबह में ब्रेकफास्ट से पहले स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करें।
ज्यादातर लोगों का पूरा दिन ऑफिस में निकल जाता है। जब तक वे घर आते हैं, वे इतना थक जाते हैं कि उनके पास जिम जाने का समय भी नहीं होता है। ऐसे में मेटाबॉलिज्म को बनाएं रखने के लिए ऑफिस में एक्टिव रहने की कोशिश करें। अगर आपकी सीडेंटरी जॉब है तो दिन में दो बार मिनी ब्रेक लें। नियमित रूप से चलना वजन घटाने के लिए नहीं बल्कि प्रोडक्टिविटी को भी बढ़ाने का काम करता है। इससे आप अपने काम पर ज्यादा ध्यान देते हैं। लंच में प्रोटीन समेत अन्य पौष्टिक आहार का सेवन करें जो मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में मदद करता है। शाम के स्नैक्स में चिप्स, चॉकलेट, केक और कैंडीज का सेवन न करें।
कुछ चीजों को खाने से कैलोरी आसानी से बर्न होती है। चबाने, पचाने और शरीर में खाना स्टोर करने की प्रक्रिया में कैलोरी बर्न होती है। इस दौरान 5 से 10 प्रतिशत कैलोरी बर्न होती है। अगर आप स्ट्रेंथ ट्रेनिंग कर रहे हैं तो हाई प्रोटीन फूड को पचाना और मांसपेशियों को बढ़ाना और अधिक मुश्किल हो जाता है। फाइबर युक्त चीजों को भी अधिक चबाने की जरूरत होती है जिसमें अधिक कैलोरी की आवश्यकता होती है। भोजन में मसाले मिलाने से भी शरीर का टेंपरेचर बढ़ता है और कैलोरी भी बर्न करने में मदद करता है। प्रोटीन और फाइबर युक्त चीजें खाने से खाने की क्रेविंग को कम किया जा सकता है। इसके अलावा पेट की भूख को भी लंबे समय तक शांत रखता है।
एक्सरसाइज मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने का काम करता है। इंटेस वर्कआउट सेशन मेटाबॉलिक रेट को बढ़ाने का काम करता है। इसके अलावा बेसिक वर्कआउट सेशन करने से मांसपेशियां मजबूत होती है, कैलोरी बर्न होती है और स्वास्थ्य बेहतर होता है।