India News (इंडिया न्यूज), Gillian Barre Syndrome: महाराष्ट्र में हाल ही में गिलियन बैरे सिंड्रोम (JBS) के मामलों में अचानक वृद्धि देखी गई है, जो एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या के रूप में उभरी है। वर्तमान में, संदिग्ध मामलों की संख्या 192 तक पहुंच गई है, जिनमें से 167 मामलों में GBS की पुष्टि हुई है। अब तक 7 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से 1 मौत GBS से संबंधित पाई गई है और 6 मौतें संदिग्ध मानी जा रही हैं।
GBS के मामले महाराष्ट्र के विभिन्न क्षेत्रों से सामने आए हैं:
Gillian Barre Syndrome: महाराष्ट्र में JBS बढ़ा रहा है मुश्किलें हजार अबतक सामने आए 167 केसेस
महाराष्ट्र सरकार ने केंद्र सरकार की गाइडलाइंस के अनुसार GBS मरीजों को मुफ्त इलाज प्रदान करने का निर्देश दिया है। इसके अलावा, महात्मा फुले जन आरोग्य योजना के तहत भी इस बीमारी का इलाज कवर किया जा रहा है। यह पहल आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए राहत का एक महत्वपूर्ण कदम है।
गिलियन बैरे सिंड्रोम (GBS) एक दुर्लभ विकार है, जिसमें व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता परिधीय तंत्रिका तंत्र पर हमला करती है। इस स्थिति में शरीर के विभिन्न हिस्से सुन्न पड़ने लगते हैं, मांसपेशियों में कमजोरी आ जाती है और मरीज को निगलने या सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। GBS के गंभीर मामलों में मरीज पूरी तरह लकवाग्रस्त हो सकता है। यह विकार अधिकतर वयस्कों और पुरुषों को प्रभावित करता है, हालांकि सभी आयु वर्ग के लोग इसकी चपेट में आ सकते हैं।
GBS से बचने के लिए निम्नलिखित सावधानियां बरतना आवश्यक है:
राज्य स्वास्थ्य विभाग ने सलाह दी है कि GBS को नियंत्रित करने के लिए भोजन और पानी की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए। इसके तहत:
महाराष्ट्र में GBS के बढ़ते मामलों ने स्वास्थ्य विभाग और आम जनता के लिए एक नई चुनौती खड़ी कर दी है। समय पर इलाज और सावधानियों का पालन करके इस गंभीर विकार के प्रभाव को कम किया जा सकता है। राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग द्वारा उठाए गए कदम सराहनीय हैं, लेकिन जनसाधारण की भागीदारी और जागरूकता भी इस लड़ाई में उतनी ही आवश्यक है।
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