इंडिया न्यूज:
आयुर्वेद में शहद के फायदों के बारे में बताया गया है। शहद जहां सुंदरता बढ़ाने में फायदेमंद है वहीं स्वास्थ्य शरीर के लिए भी इसे लाभकारी माना जाता है। शहद का स्वाद अच्छा होने के साथ इसमें ढेर सारे विटामिन और मिनरल्स पाए जाते हैं। यानी कि शहद में पर्याप्त मात्रा में आयरन, सोडियम, कैल्शियम, आयोडीन, फास्फोरस और विटामिन ए, बी, सी मौजूद होते हैं। जो हमारे स्वास्थ्य पर सकारात्मक असर डालते हैं। लेकिन शहद फायदेमंद होने के साथ-साथ नुकसानदायक भी होता है। तो चलिए जानते हैं शहद के क्या हैं नुकसान।
एलर्जी वाले शहद से रहें दूर
बता दें कि एलर्जी की समस्या को ठीक करने के लिए शहद कोई मदद नहीं करता है। जिन लोगों को पराग के कणों से एलर्जी है उनको शहद का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे एलेर्जी और भी ज्यादा बढ़ने का खतरा रहता है।
डायबिटीज के मरीज बनाएं दूरी
शहद में फ्रुक्टोज की मात्रा पाई जाती है जो कि शुगर का मेन स्रोत होता है। ऐसे में इसका अधिक सेवन करने से टाइप-2 डायबिटीज के रोगियों में ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है।
शिशुओं को ना दें शहद
12 महीने से कम उम्र के शिशुओं को शहद का सेवन नहीं कराना चाहिए इससे शिशुओं में क्लोस्ट्रीडियम इंफेक्शन का खतरा रहता है। इसे बड़े बच्चों के लिए सुरक्षित माना जाता है।
दांतों को पहुंचाता है नुकसान
कहा जाता है कि ये व्यक्ति पर निर्भर करता है कि वह दिनभर में शहद का सेवन कितनी मात्रा में करता है। इस पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। ज्यादा शहद का सेवन करना से दांत और मसूड़ों में सड़न का खतरा बढ़ जाता है।
फैटी लिवर में हानिकारक
- फ्रुक्टोज शहद में पाई जाने वाली शुगर का मेन स्रोत होता है। इसे ध्यान में रखते हुए फैटी लिवर की बीमारी से पीड़ित लोगों के लिए यह खतरनाक हो सकता है। ऊर्जा के अन्य स्रोतों की तुलना में फ्रुक्टोज का मेटाबोलाइजेशन अलग तरीके से होता है।
- फ्रुक्टोज को लिवर मेटाबोलाइज करता है, जो फैटी लिवर वालों के लिए काफी समस्या पैदा कर सकता है। इसीलिए फैटी लिवर वालों को शराब का सेवन ना करने और सीमित मात्रा में फ्रुक्टोज का सेवन करने की सलाह दी जाती है।
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