नया कैंसर टीका: कैसे काम करेगा?
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर सारा ब्लाग्डेन ने बताया कि इस टीके का उद्देश्य कैंसर कोशिकाओं को बीमारी के विकसित होने से पहले ही पहचानकर उन्हें रोकना है। उनके अनुसार, “अब हम उस चीज़ का पता लगाने में सक्षम हो सकते हैं, जो अब तक पता नहीं लगाई जा सकी थी। यह वैक्सीन कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से पहले ही रोक देगी।”

New Cancer Vaccine: अब कैंसर का मतलब नहीं होगा मौत 20 साल पहले ही बीमारी होने से रोक देगा ये नया टीका
ब्लाग्डेन ने यह भी बताया कि कैंसर को विकसित होने में कई साल लग सकते हैं। अक्सर यह 20 साल से अधिक समय ले सकता है। इस प्रक्रिया को “प्री-कैंसर स्टेज” कहा जाता है, जिसमें कैंसर के लक्षण अभी नहीं दिखते, लेकिन शरीर में बदलाव शुरू हो चुके होते हैं। यह टीका इन प्री-कैंसर कोशिकाओं को टारगेट करेगा, ताकि बीमारी कभी विकसित न हो पाए।
टीके के विकास की प्रक्रिया
इस टीके को विकसित करने के लिए वैज्ञानिकों ने यह समझने की कोशिश की है कि प्री-कैंसर कोशिकाओं में कौन सी विशेषताएँ होती हैं, जो बाद में कैंसर की ओर अग्रसर होती हैं। यह टीका इन्हीं विशेषताओं को पहचानकर, बीमारी को उत्पन्न होने से पहले ही रोकने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
जीएसके और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी का सहयोग
यह कैंसर टीका जीएसके और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के सहयोग से विकसित किया जा रहा है। दोनों संस्थाएँ 2021 में एक साथ मिलकर इंस्टीट्यूट ऑफ मॉलिक्यूलर एंड कम्प्यूटेशनल मेडिसिन की स्थापना की थी, जिसका उद्देश्य नई दवाओं के अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देना है। अब इसके परिणामस्वरूप यह टीका बन रहा है, जो कैंसर की रोकथाम में एक ऐतिहासिक कदम साबित हो सकता है।
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क्या इसका मतलब है कि कैंसर को हराया जा सकता है?
यह वैक्सीन कैंसर के इलाज से पहले उसकी रोकथाम पर केंद्रित है। अगर यह टीका सफल होता है, तो यह कैंसर के बारे में हमारी सोच को पूरी तरह बदल सकता है। यह बीमारी को पैदा होने से पहले ही रोकने का एक नया तरीका पेश करेगा, जिससे भविष्य में लाखों लोगों की जिंदगी बचाई जा सकती है।
हालांकि, इस टीके का प्रभावी होना और इसकी व्यापक रूप से उपलब्धता भविष्य में समय ले सकती है, लेकिन यह एक बहुत ही सकारात्मक कदम है जो कैंसर की रोकथाम के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है। अगर यह वैक्सीन सफल होती है, तो यह न केवल कैंसर के खिलाफ एक नई उम्मीद का संकेत होगा, बल्कि इस बीमारी के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है।
कैंसर के खिलाफ एक प्रभावी टीका, जो बीमारी को शुरू होने से पहले ही रोक दे, यह उम्मीद जगाता है कि भविष्य में कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों पर काबू पाया जा सकता है। जीएसके और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के इस प्रयास को यदि सफलता मिलती है, तो यह चिकित्सा क्षेत्र में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर साबित होगा। इससे न केवल कैंसर की रोकथाम संभव होगी, बल्कि लाखों लोगों की जिंदगी भी सुरक्षित हो सकती है।