होम /  कोरोना ही नहीं कई वायरस बनते हैं मौत का कारण

 कोरोना ही नहीं कई वायरस बनते हैं मौत का कारण

Sameer Saini • LAST UPDATED : September 12, 2021, 6:19 am IST

इंडिया न्यूज, नई दिल्ली :

कोरोना की पहली और दूसरी लहर ने दुनियाभर के देशों को बुरी तरह प्रभावित किया है। करोड़ों लोग इसकी चपेट में आए, लाखों लोगों की मौतें हुई हैं। हालांकि इसकी दवा और वैक्सीन आने से काफी राहत मिली है। इस समय वायरस का नाम सुनते ही हर किसी के जेहन में एक ही नाम आता है कोरोना वायरस। लेकिन इंन्फ्लुएंजा-ए (आइएवी) और रेस्पिरेटरी सिंसिशियल वायरस (आरएसी) जैसे श्वसन तंत्र को प्रभावित करने वाले अन्य कई वायरस भी हैं जो हर साल बड़ी संख्या में लोगों की मौत का कारण बनते हैं। इन्फ्लुएंजा और सार्स कोव-2 को छोड़कर तो इनमें से किसी भी वायरस से बचाव के लिए कोई टीका या किसी तरह का प्रभावी उपचार तक नहीं है।

क्या कहती है रिसर्च स्टडी?

ग्लासगो यूनिवर्सिटी में हाल में हुई एक रिसर्च स्टडी बताती है कि जब इंसान के शरीर पर एक से अधिक वायरस एक ही बार में हमला करते हैं तो क्या होता है और हमें इनसे बचाव के लिए क्या करना चाहिए। रिसर्चर्स के मुताबिक, इस स्थिति को ‘को-इन्फेक्शन’ कहा जाता है। रिसर्च से पता चलता है कि संक्रमण के 30 फीसदी मामलों में कारण एक से अधिक वायरस हो सकते हैं। इसका मतलब यह है कि किसी बिंदु पर दो अलग-अलग वायरस आपकी नाक या फेफड़ों की कोशिकाओं को संक्रमित कर रहे हैं। एक ही कोशिका के भीतर इन अलग-अलग वायरस का मेल होने पर वायरस का नया ही स्वरूप सामने आता है और इसे ‘एंटीजेनिक शिफ्ट’ कहते हैं।

क्या हुआ, जब 2 वायरस का संक्रमण हुआ

रिसर्च स्टडी में आईएवी और आरएसवी से कोशिका को संक्रमित किया गया। शोधकर्ताओं ने इसमें पाया कि मानव फेफड़ों की कुछ कोशिकाएं दोनों वायरस से संक्रमित हुईं और कोशिका से जो वायरस उभर कर सामने आया उसमें दोनों वायरस की विशेषताएं थीं। नए स्वरूपों में से कुछ की सतह पर दोनों वायरस के प्रोटीन जबकि कुछ में तो दोनों के जीन तक एक थे।

वैक्सीन के लिए स्टडी जरूरी, पहले चाहिए सुरक्षा

रोगाणुओं का अध्ययन टीके और उपचार के विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। लेकिन सर्वप्रथम आवश्यक सुरक्षा है। यहां, यह बताना भी जरूरी है कि अध्ययनकर्ताओं ने इस अध्ययन में कोई जेनेटिक इंजीनियरिंग नहीं की बल्कि मॉडल के जरिए वह समझा जो वास्तविक दुनिया में घट रहा है और यह भी उन्होंने प्रयोगशाला में सुरक्षित माहौल में किया। शोधकर्ताओं का स्पष्ट रूप से कहना है कि किसी भी बीमारी के बढ़ने के कई चरण होते हैं। बीमारियां कैसे फैलीं, उनका कारण जीवाणु, विषाणु या अन्य रोगाणु हैं। इसका अध्ययन जरूरी है। क्योंकि इनके बारे में अध्ययन करने के बाद ही उपचार के लिए कोई दवा या बचाव के लिए वैक्सीन बनाई जा सकती है। लेकिन सबसे पहले सुरक्षा जरूरी है।

Get Current Updates on News India, India News, News India sports, News India Health along with News India Entertainment, India Lok Sabha Election and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

Viral News: शादी से पहले खुद के बारे में जान महिला के उड़ गए होंश, जानें पूरा मामला
Met Gala 2024: जानें मेट गाला में लाल क्यों नहीं था रेड कार्पेट का रंग-Indianews
Janhvi Kapoor Marriage Rumours: तिरुपति मंदिर में शिखर पहारिया के साथ शादी की अफवाहों पर जान्हवी कपूर का जवाब, जानें क्या कहा
Mayawati Akash Anand: मायावती ने भतीजे आकाश आनंद के ख़िलाफ़ क्यों लिया एक्शन, जानें जनता की राय
Indian Student Murder: ऑस्ट्रेलिया में भारतीय छात्र की चाकू गोदकर हत्या, हरियाणा के दो भाई गिरफ्तार-Indianews
Sangeeth Sivan: फिल्म निर्माता संगीत सिवन का 61 साल की उम्र में निधन, रितेश देशमुख ने दी श्रद्धांजलि-Indianews
PM Modi: तेलंगाना की रैली में पीएम मोदी का राहुल गांधी पर हमला, कही ये बड़ी बात-Indianews
ADVERTISEMENT