India News (इंडिया न्यूज), Sweet Drinks and Heart Disease: कहा जाता है कि ज्यादा मीठा खाना सेहत के लिए नुकसानदायक है। आमतौर पर मिठाइयों को शुगर का सबसे बड़ा स्रोत माना जाता है। साथ ही लोग सेहतमंद रहने के लिए मिठाइयों से परहेज करने लगते हैं। हालांकि, ऐसे बहुत से लोग सोडा और शुगरी ड्रिंक्स का सेवन करते हैं। उन्हें लगता है कि शुगरी ड्रिंक्स मिठाइयों जितनी नुकसानदायक नहीं होती, लेकिन ये बिल्कुल गलत है। हाल ही में हुए एक शोध में खुलासा हुआ है कि बेक्ड मिठाइयों की तुलना में शुगरी ड्रिंक्स का सेवन ज्यादा खतरनाक है और इससे दिल की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है।
सीएनएन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मिठाइयां आपकी सेहत को प्रभावित करती हैं, लेकिन काफी हद तक ये मिठाई के प्रकार पर निर्भर करता है। स्वीडन में हुए एक शोध में खुलासा हुआ है कि शुगरी ड्रिंक्स पीने से हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है। बेक्ड मिठाइयों की तुलना में शुगरी ड्रिंक्स सेहत के लिए ज्यादा खतरनाक हो सकती हैं। इस अध्ययन में शोधकर्ताओं ने करीब 70 हजार लोगों की लाइफस्टाइल और डाइट से जुड़ा सर्वे किया।
Sweet Drinks and Heart Disease: अगर आप भी मीठी चीजों के खाने के हैं शौकीन तो हो जाएं सावधान
यह सर्वेक्षण 1997 से 2009 तक किया गया था। इन सभी लोगों में स्ट्रोक, हार्ट अटैक और हार्ट फेलियर के डेटा एकत्र किए गए और फिर 2019 तक उनका विश्लेषण किया गया।स्वीडन के लुंड विश्वविद्यालय में पोषण महामारी विज्ञान की डॉक्टरेट की छात्रा और इस अध्ययन की प्रमुख लेखिका सुज़ैन जांज़ी का कहना है कि सभी सोडा और मीठे पेय पदार्थों का सेवन करने से बेक्ड मिठाइयाँ खाने की तुलना में हृदय रोग का जोखिम बढ़ जाता है।
बता दें कि, शोधकर्ता इस अध्ययन के आधार पर यह नहीं कह सकते हैं कि चीनी के सेवन से हृदय रोग का वास्तविक कारण क्या है। शोधकर्ताओं ने उम्र, लिंग, शराब का सेवन, धूम्रपान, शारीरिक गतिविधि स्तर और बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) जैसे अन्य कारकों को ध्यान में रखते हुए इन संबंधों का विश्लेषण किया, लेकिन यह भी संभव है कि कुछ अन्य कारक भी हो सकते हैं। जिन्हें शोधकर्ताओं ने विश्लेषण में ध्यान में नहीं रखा। हालांकि, स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि सोडा जैसी तरल चीनी शरीर में जल्दी अवशोषित हो जाती है। जबकि ठोस चीनी आमतौर पर उन खाद्य पदार्थों का हिस्सा होती है जिनमें फाइबर, प्रोटीन और वसा जैसे अन्य पोषक तत्व होते हैं, जो हृदय के स्वास्थ्य के लिए बेहतर हो सकते हैं।