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India News (इंडिया न्यूज), Women Health: प्रेगेंसी के शुरुआत से लेकर डिलीवरी तक रखना ख्याल रखना बेहद जरूरी है। गर्भवती महिलाओं को अपने खान-पान में सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। ताकि माँ और बच्चे का स्वास्थ्य बना रहे, और माँ एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दे सके। माँ के शरीर को सभी प्रकार के पोषक तत्व लेने की अवश्यकता होती है।
प्रेगेंसी का फेज किसी भी महिला के लिए बहुत ही सुदंर और अलग होता है। इन नौ महीनो मे वह खुद मे कई तरह के बदलाव देखती है। यह समय जितना अच्छा होता है उतना ही जिम्मेदारी वाला होता है। महीला को अपने खान-पान में सावधानी बरतनी चाहिए। क्योंकि माँ जो भी खाती है उससे उसके बच्चे को पोषण तथा मिलते है जिससे उसका विकास होता है। इसीलिए मां को अपनी डाइट में कुछ फल शामिल करने चाहिए। अगर वह अपने खान-पान पर ध्यान नहीं देगी तो उनके साथ-साथ बच्चे का विकास भी रुक जाएंगा।
हरी सब्जियों का सेवन करे। इसमे प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और सभी मिनरल्स होते है। पालक बहुत ही लाभदायक होता है। गर्भवती महिला द्वारा पालक का सेवन करने से उसके अजन्मे बच्चे को बेहतर सेहत और तेज़ दिमाग मिलता है। और अनीमिया से बचाव होता है।
अडां पोषण से भरपूर होता है। अंडे मे प्रोटीन के साथ साथ मिनरल्स भी होते है और उसमे विटामिन- की मात्रा भी अधिक होती है। बच्चे के दिमाग के विकास के लिए यह जरुरी माना जाता है।
गर्भवती महिला को अपनी डाइट चार्ट में भीगे हुए अखरोट शामिल कर लेने चाहिए क्यूंकि यह एक अच्छा सोर्स है ओमेगा 3-फैटी एसिड और प्रोटीन का होता है। इससे बच्चे का मानसिक विकास सही तरह से होता है।
गर्भवती महिला को अपनी डाइट चार्ट में दुध शामिल कर लेने चाहिए। क्यूंकि यह खुद में एक सम्पूर्ण आहार है। इससे माँ को शक्ति के साथ-साथ उसके गर्भ मे पल रहे शिशु की हड्डियाँ तथा मासंपेशिया भी मजबूत होती है।
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