Health Care Tips In Hindi
Health Care Tips In Hindi : कोई चाहता है कि उसके हाथों के नाखून सुंदर दिखे, लेकिन कभी-कभी नाखूनों में रंग और आकार बदल जाते हैं। नाखूनों में रंग और आकार का बदलना सेहत के लिए सही नहीं है.आयुर्वेद के अनुसार नाखून देखकर सेहत कितनी अच्छी है इसका पता लगाया जा सकता है। नाखूनों के रंग से कई बार बड़ी बीमारियों की जानकारी मिलती है नाखूनों में बदलाव दिखें तो सतर्क हो जाना चाहिए, क्योंकि नाखूनों के रंग में बदलाव खराब सेहत की निशानी है। ऐसे में, नाखूनों में सफेदी, पीले या नीले पड़ना, उनका आकार बदलना जैसे कुछ लक्षणों पर ध्यान देने की जरूरत है ताकि समय रहते रोगों से बचाव हो सके।
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चमकहीन और रूखा हो जाना- यदि नाखून में चमक नहीं है, रूखा हो गए हैं, तो यह थॉयराइड जैसी समस्या से पीड़ित होने का संकेत हो सकता है। रूखे और कमजोर नाखून किसी इंफेक्शन का संकेत है।
नाखून सफेद पड़ने लगे, तो समझिए हेपटाइटिस या लीवर की बीमारी होने वाली है।
अगर नाखूनों का रंग मद्दम हो गया है या मुरझा गया है, तो यह एनिमिया, हार्ट फेल्योर, लीवर डिजीज और कुपोषण के संकेत हो सकते हैं।
फंगल इंफेक्शन पीले नाखून का सबसे बड़ा कारण है। गंभीर इंफेक्शन होने पर नाखून बहुत पतले होने लगते हैं। कुछ मामलों में पीले नाखून थॉयरॉयड, लंग्स और डायबिटीज के संकेत हो सकते हैं।
अगर नाखूनों का रंग हल्का नीला पड़ गया है, तो इसका मतलब है कि शरीर को पर्याप्त आक्सीजन की प्राप्ति नहीं हो रही है। यह लंग्स और हार्ट प्रॉब्लम की ओर इशारा कर रहा होता है।
अगर आपके नाखून के ऊपरी हिस्से में गुलाबी लाइन दिखें, तो यह शरीर की किसी गंभीर बीमारी, हृदय रोग, गंभीर इंफेक्शन आदि का संकेत देता है।
अगर नाखून की थिकनेस आसामान्य रूप से बढ़ने लगे या उनकी परत मोटी होने लगे, तो ये कई बीमारियों के संकेत हो सकते हैं। यह डायबिटीज, फेफड़ें में इंफेक्शन और आॅर्थराइटिस के संकेत हो सकते हैं।
जिन लोगों में घुमावदार नाखून होते हैं, उन्हें परिवार से प्राप्त जेनेटिक समस्या हो सकती है। यह लीवर संबंधित परेशानियां या हाइपोक्रोमिक एनिमिया के संकेत हो सकते हैं।
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