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इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
Problem Of Menopause: मेनोपॉज एक महिला के जीवन का एक सामान्य और प्रबंधनीय हिस्सा है। यदि आपके पीरियड्स रुक गए हैं और 12 महीने तक नहीं हुए है, तो आपने मेनोपॉज चरण में प्रवेश कर लिया है। सबसे अधिक बार, यह तब होता है जब एक महिला 45 से 50 वर्ष के बीच होती है।
लेकिन हर महिला का मेनोपॉज पीरियड अलग है, और इसके लक्षण भी। यह तब होता है जब महिलाओं में पीरियड्स खत्म हो चुके होते हैं या होने वाले होते हैं। ये एक क्रमिक प्रक्रिया है, जिसमें लक्षणों की अवधि हर महिला से महिला में भिन्न होती है।
मेनोपॉज के समय में होने वालो हार्मोन्स के स्तर में उतार-चढ़ाव के चलते महिलाओं को कई तरह की मानसिक और शारीरिक समस्याएं होने लगती हैं। इनमें से कुछ समस्याएं गम्भीर तो कुछ कम साधारण भी महसूस हो सकती हैं। आइए जाने इनके प्रमुख लक्षणों के बारे में।
1. मूड खराब होना
2. बहुत अधिक भूख लगना, बार-बार क्रेविंग होना
3. हेयर फॉल
4. स्किन पिगमेंटेशन
5. नाइट स्वेट्स
6. घबराहट, बेचैनी, डिप्रेशन महसूस जैसी मानसिक समस्याएं
7. हॉट फ्लेशेज
8. वजन कम हो जाना या बढ़ जाना
9. जोड़ों और हड्डियों में दर्द
10. पेट की गैस, ब्लोटिंग और पाचन तंत्र से जुड़ी अन्य समस्याए
* पेरिमेनोपॉज
* मेनोपॉज
* पॉस्टमेनोपॉज
मेनोपॉज के लक्षण आमतौर पर तब शुरू होते हैं जब किसी महिला के एस्ट्रोजन का स्तर कम होने लगता है। यह आमतौर पर मेनोपॉज शुरू होने से तीन से पांच साल पहले होता है। इसे पेरिमेनोपॉज कहा जाता है। मेनोपॉज में प्रवेश करने से पहले पेरिमेनोपॉज 10 साल तक शुरू हो सकता है। कभी-कभी, लोग मेनोपॉज और पेरीमेनोपॉज के बीच भ्रमित हो जाते हैं।
शरीर में होनेवाले बदलाव के समय शरीर को पोषण और सपोर्ट के लिए हेल्दी और संतुलित डाइट लेनी चाहिए। ऐसी महिलाओं को ऐसे समय में मौसमी, स्थानीय और अपना पारम्परिक भोजन खाना चाहिए। इसी के साथ अपनी डाइट वेरायटी का भी ध्यान दें।
अलग-अलग तरह की फल, सब्जियां, अनाज आदि शामिल करने से महिलाओं को सभी प्रकार के पोषक तत्व मिलते हैं और मेनोपॉज के लक्षणों से आराम मिलता है। साथ ही साथ खराब मूड को सुधारने और वेट को नियंत्रित करने में भी मदद मिलती है।
मेनोपॉज फेज को आसान बनाने के लिए नियमित रुप से एक्सरसाइज करना जरुरी होता हैं। नियमित रूप से एक्सरसाइज करने से शरीर को शक्ति मिलती है। इससे सहनशक्ति और फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ती है। महिलाओं को योगा, स्ट्रेंथ ट्रेनिंग और कार्डियो एक्सरसाइजेस करने की सलाह देती हैं। वह महिलाओं को डेली कम से कम 30 मिनट एक्सरसाइज करने की सलाह देती हैं।
मेनोपॉज के दौर से गुजर रही महिलाओं को अपने आराम का भी पूरा ध्यान रखना चाहिए। महिलाओं को रात में अच्छी नींद लेने के साथ-साथ दिन में भी आराम के लिए समय जरूर निकालना चाहिए। महिलाएं दोपहर में भोजन के बाद कम से कम 20 मिनट की पॉवर नैप जरूर लें। इसके साथ ही उन्हें रात में जल्दी सोने की आदत भी डाल लेनी चाहिए।
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