संबंधित खबरें
बजट सत्र 2025 में मिडिल क्लास की टैंशन होगी कम…टैक्स में छूट, सपनों के आशियाने से लेकर हेल्थ सेक्टर में मिल सकती है Good News!
ठंड फिर दे सकती है दस्तक, बिहार समेत इन राज्यों में भी बदल सकता है मौसम, जाने वेदर अपडेट
Petrol Diesel Latest Price: पेट्रोल-डीजल की नई कीमतों का हुआ ऐलान, घर से निकलने से पहले जान लीजिए आपके शहर में क्या है भाव?
Exclusive:दुनिया में भारत का होगा दबदबा, अमित शाह ने PM Modi के विकसित भारत के रोड मैप का किया खुलासा
Prayagraj Mahakumbh Stampede: महाकुंभ में एक और जगह भगदड़, कुछ लोगों की मौत की आशंका
'नहीं हुई कोई छापेमारी', CM भगवंत मान के घर रेड को लेकर चुनाव आयोग का चौंकाने वाला बयान, मचा हंगामा
India News (इंडिया न्यूज़), Avimukteshwaranand Saraswatiji Speech, नई दिल्ली: हिंदू राष्ट्र को लेकर देश में आए दिन चर्चा होती रहती है। मगर जब संत समाज की ओर से ये बातें की जाती हैं तो इससे लोग भी भ्रमित हो जाते हैं। हाल ही में स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने भी एक बयान दिया है। उनका ये बयान खूब वायरल हो रहा है। अविमुक्तेश्वरानंद हिंदू राष्ट्र की मांग को लेकर जो बयान दिया है। उसे ‘वैचारिक प्रबुद्धता’ कहते हुए उनकी तारीफ कर रहे हैं।
बता दें कि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के इस बयान की ट्वीट पर काफी प्रशंसा हो रहा है। कई हिंदू और मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ट्वीट कर उनके बयान की तारीफ की है। शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद करीब 4 मिनट के वायरल वीडियो में कहा, “हम लोगों के यहां राजनीति है…गोलबंदी ही राजनीति हो गई है। बीच में लाइन खींच दी जाती है, हमारी गोल में है या नहीं है, यही देखा जाता है। हमारी गोल में है तो बिल्कुल अच्छा है चाहे कैसा भी हो और अगर हमारी गोल में नहीं है तो बहुत खराब है चाहे कैसा भी हो। ये व्यवहार का तरीका हम लोगों ने बना रखा है।”
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने अपने बयान में आगे कहा, “ऐसी परिस्थिति में जब देश में गोलबंदी ही राजनीति के रूप में विख्यात हो गई हो। राजनीति शब्द बहुत ऊंचा है, हमारे यहां नीति शब्द बहुत ऊंचा है। धर्म के समान है और राजनीति यानी राजा के द्वारा पालन की जाने वाली नीति। राजनीति शब्द जो हमारा है, जिसका प्रयोग रामायण और महाभारत में हुआ है। अगर वह राजनीति हो तो अलग बात है लेकिन आजकल तो वह राजनीति है नहीं। आज तो ध्रुवीकरण या गोलबंदी वाली राजनीति है। इस तरह की राजनीति में एक शब्द लाया जाता है- ‘हिंदू राष्ट्र’। हिंदू राष्ट्र का मतलब है हिंदुओं की गोलबंदी। अब हिंदू-हिंदू के नाम पर गोलबंदी होगी और ऐसा होगा तो स्वाभाविक है कि जो हिंदू नहीं होगा उसके साथ परायेपन का व्यवहार होगा।”
Also Read: नए संसद भवन के उद्घाटन पर लॉन्च होगा 75 रुपये का सिक्का, जिसमें होंगी कई खासियत
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.