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'मंदिरों को सशक्त करने के लिए नेटवर्क बनाना जरूरी', वाराणसी में बोले RSS प्रमुख मोहन भागवत

Akanksha Gupta • LAST UPDATED : July 23, 2023, 1:16 pm IST

India News (इंडिया न्यूज़), ITCX 2023, वाराणसी: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने बीते दिन शनिवार, 23 जुलाई को वाराणसी में देशभर के मंदिरों को सशक्त करने के लिए एक सूची तैयार करने को कहा जिससे ये नेटवर्क बनाया जाए। जोर देते हुए उन्होंने कहा, छोटे-बड़े सभी मंदिरों को सूची में शामिल किया जाए। लिस्ट तैयार करने के लिए RSS प्रमुख ने सभी शहरों और गांवों का सर्वे करने को लेकर भी सलाह दी है। वाराणसी में दुनियाभर से आए मंदिरों के प्रतिनिधियों को मोहन भागवत संबोधित कर रहे थे।

कार्यक्रम में शामिल हुए 700 मंदिरों के प्रतिनिधि  

बता दें कि ये प्रतिनिधि यहां पर 3 तीन दिवसीय इंटरनेशनल टेंपल कंवेंशन एंड एक्सपो में हिस्सा लेने आए थे। वाराणसी के रुद्राक्ष इंटरनेशनल कॉर्पोरेशन एंड कंवेंशन सेंटर में ITCX 2023 का कार्यक्रम आयोजित किया गया। RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कहा, “देश और दुनियाभर से आए सनातन परंपरा के 700 मंदिरों के प्रतिनिधियों को यहां देखकर बहुत खुश हूं। क्योंकि एक साथ जुड़ना सबसे पहले है और यह महत्वपूर्ण भी है, जो ताकत को बढ़ाता है।”

RSS प्रमुख ने की स्वच्छ भारत अभियान की सराहना

भागवत ने आगे कहा, “अब देशभर के गांवों और शहरों का सर्वे कराकर सभी मंदिरों की लिस्ट बनाई जानी चाहिए और इसमें सभी छोटे-बड़े मंदिरों को शामिल किया जाना चाहिए।” इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान की सराहना करते हुए मोहन भागवत ने कहा, “स्वच्छता मंदिर प्रबंधन का अत्यंत महत्वपूर्ण पहलू है, क्योंकि मंदिर पवित्रता के प्रतीक होते हैं।”

उन्‍होंने कहा, “निश्चित रूप से, प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत अभियान का मंदिरों पर भी बहुत प्रभाव पड़ा है, हालांकि अंतरराष्ट्रीय मंदिर सम्मेलन के साथ हम इसे दुनिया के हर छोटे या बड़े मंदिर में गहरे स्तर पर हासिल करना चाहते हैं।”

350 मंदिरों के मुख्य कार्यकारी होंगे शामिल

कार्यक्रम के आयोजक गिरीश कुलकर्णी ने कहा, 32 देशों और भारत के 350 मंदिरों के मुख्य कार्यकारी और प्रबंधन से जुड़े प्रमुख इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। कुलकर्णी ने आगे कहा कि इसमें 16 सेशन होंगे। जिसमें तीन दिवसीय सम्मेलन में आपदा प्रबंधन, मेडिकल पहल, सुरक्षा, फंड मैनेजमेंट, लंगर और सुरक्षा जैसे विभिन्न विषयों पर व्याख्यान होंगे।

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