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Atiq Ahmed Son Asad Encounter: उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी असद अहमद को यूपी एसटीएफ ने गुरुवार, 13 अप्रैल को एक एनकाउंटर में ढेर कर दिया है। माफिया अतीक अहमद के बेटे असद के अलावा इस मुठभेड़ में शूटर गुलाम मोहम्मद भी मारा गया है। पुलिस ने इस एनकाउंटर को लेकर दावा किया था कि उसने असद को जिंदा पकड़ने की कोशिश की थी। मगर उसने फायरिंग करना शुरू कर दी। जिसकी जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया। हालांकि, इस एनकाउंटर को लेकरकई सवाल उठ रहे हैं।
एसटीएफ की टीम ने सूचना मिलने पर जब असद और गुलाम को घेरा। तो दोनों रुके नहीं। दोनों को बार-बार चेतावनी दी गई लेकिन वे नहीं रुके और उनकी मोटरसाइकिल फिसल कर एक बबूल के पेड़ के पास गिर गई। जहां से दोनों ने पुलिस पर कई राउंड फायरिंग की। ऐसे में पुलिस की जवाबी कार्रवाई में असद और गुलाम दोनों को गोली लग गई और दोनों इस एनकाउंटर में मारे गए। एक तरफ जहां योगी सरकार ने पुलिस की खूब तारीफ की है। तो वहीं दूसरी ओर इस एनकाउंटर को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार किसी भी एनकाउंटर की जांच मजिस्ट्रेट करते हैं। ऐसे में जांच के समय पुलिस के सामने बाइक की चाबी को लेकर सवाल खड़ा हो सकता है। एनकाउंटर के बाद वहां मीडिया पहुंची थी। मीडिया ने जो फोटोज क्लिक की थीं। उन तस्वीरें में बाइक में चाबी नहीं नजर आ रही है। हालांकि, यह भी संभव है कि बाइक के पलटते समय चाबी गिर गई हो।
हेलमेट को लेकर भी सवाल खड़ा हो रहा है। क्योंकि एनकाउंटर वाली जगह से कोई हेलमेट भी नहीं मिला है। हालांकि, कई बार हेलमेट न लगाना सामान्य बात है। मगर ये मामला थोड़ा अलग है। असद और गुलाम के पीछे उमेश पाल हत्याकांड के बाद से पुलिस पड़ी हुई थी। ऐसे में भले ही दोनों सुरक्षा के लिए नहीं, तो पहचाने जाने के डर से हेलमेट तो लगाते।
यूपी STF ने जानकारी दी थी कि दोनों बाइक से भाग रहे थे। पुलिस ने दोनों का पीछा तो भागने के दौरान उनकी बाइक पलटकर रोड के किनारे गिर गई। सामने आईं तस्वीरों में बाइक गिरी हुई दिखाई दे रही है। बाइक के बगल में असद और गुलाम के शव पड़े हैं। मगर बाइक के पलटने के बाद भी उस पर कोई स्क्रैच नहीं दिखाई दे दिया है।
4- जिस रोड से दोनों भागे वह बहुत खराब है
पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, असद अहमद और गुलाम मोहम्मद पारीछा बांध के पास छिपे हुए थे। जो कि हाईवे से करीब 2 किलोमीटर की दूरी पर है। साथ ही यहां पहुंचने का रास्ता इतना ज्यादा खराब है कि कोई गाड़ी 10 या 20 किलोमीटर प्रतिघंटे की स्पीड से अधिक तेज नहीं चला सकता है। तो ऐसे में ये सवाल उठ रहा है कि जब यूपी STF दोनों का पीछा कर रही थी। तो दोनों इतनी दूर तक कैसे पहुंच गए।
वहीं एनकाउंटर वाली की जगह को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। जहां पर ये एनकाउंटर हुआ वहां तक पहुंचने का रास्ता बेहद ही ऊबड़-खाबड़ और पथरीला है। पुलिस के मुताबिक असद इसके पहले कानपुर, दिल्ली, मुंबई और अजमेर जैसी जगहों पर छिपा हुआ था। तो फिर ऐसे में वह यहां तक कैसे आया। जिसे लेकर भी सवाल उठ रहा है।
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