India News (इंडिया न्यूज), 18 Karnataka BJP MLA suspended: कर्नाटक में 48 नेताओं के हनी ट्रैप में फंसने के आरोपों के बाद शुक्रवार (21 मार्च 2025) को विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। इसके बाद विधानसभा में भाजपा विधायक वेल में आ गए। इसके बाद उन्होंने स्पीकर की कुर्सी पर कागज फेंके, जिसके बाद मार्शलों ने मोर्चा संभाला। कर्नाटक विधानसभा ने विधानसभा की कार्यवाही में बाधा डालने के लिए 18 भाजपा विधायकों को छह महीने के लिए निलंबित करने का विधेयक पारित किया। यह विधेयक कर्नाटक के कानून और संसदीय मामलों के मंत्री एच.के. पाटिल ने पेश किया।
इसके बाद इन भाजपा विधायकों को निलंबित कर विधानसभा से बाहर ले जाया गया। सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है, जिसमें मार्शल भाजपा विधायक को अपने कंधों पर उठाकर बाहर ले जाते नजर आ रहे हैं। सदन से 18 भाजपा विधायकों के निलंबन पर कर्नाटक सरकार के मंत्री एमबी पाटिल ने कहा, ‘सदस्यों का इस तरह से व्यवहार करना पूरी तरह अनुचित है। उन्होंने विधानसभा में हर संभव उल्लंघन किया। यह (निलंबन) 100% उचित है।’
18 Karnataka BJP MLA suspended
#WATCH | Bengaluru: 18 Karnataka BJP MLAs being carried out of the Assembly after their suspension.
The House passed the Bill for their suspension for six months for disrupting the proceedings of Assembly. The Bill was tabled by Karnataka Law and Parliamentary Affairs Minister… pic.twitter.com/KKss0M9LVZ
— ANI (@ANI) March 21, 2025
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समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, निलंबित किए गए 18 भाजपा विधायकों में डोड्डानगौड़ा पाटिल, अश्वथ नारायण, मुनिरत्न भी शामिल हैं। सरकारी ठेकों में अल्पसंख्यकों को 4 प्रतिशत आरक्षण देने वाला विधेयक कर्नाटक विधानसभा में पारित हो गया।
कर्नाटक सरकार के मंत्री केएन राजन्ना ने गुरुवार 20 मार्च, 2025 को सदन में कहा कि केंद्रीय नेताओं समेत कम से कम 48 नेता हनी ट्रैप में फंस चुके हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह मुद्दा किसी एक पार्टी तक सीमित नहीं है। इसके बाद आज यानी शुक्रवार को सदन में भाजपा विधायकों ने हंगामा किया, क्योंकि कांग्रेस के कुछ विधायक हाथ में सीडी लेकर दावा कर रहे थे कि उनके पास हनी ट्रैप के सबूत हैं।
कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता और भाजपा विधायक आर अशोक ने कहा, ‘यह किसी एक पार्टी का मामला नहीं है। यह जनता के लिए काम करने वाले विधायकों के खिलाफ बड़ी साजिश है। कुछ लोग अपने एजेंडे के लिए यह (हनी ट्रैप) कर रहे हैं।’ सीएम सिद्धारमैया ने अपनी सरकार का बचाव करते हुए कहा, ‘हनी ट्रैप मामले में किसी को बचाने का सवाल ही नहीं उठता। दोषियों को कानून के मुताबिक सजा मिलनी चाहिए।’