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G20 Summit: सम्मेलन में विभिन्न संस्कृति की झलक, कल्चरल कॉरिडोर ले लेकर क्राफ्ट बाजार तक..

India News (इंडिया न्यूज), G20 Summit: जी 20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत पूरी तरह से तैयार है। यह सम्मेलन देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इस बैठक में दुनियाभर के कई बड़े देश शिरकत करेंगे। मेहमानों का आना शुरु हो गया। बता दें कि दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में इस बैठक […]

BY: Reepu kumari • UPDATED :
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India News (इंडिया न्यूज), G20 Summit: जी 20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत पूरी तरह से तैयार है। यह सम्मेलन देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इस बैठक में दुनियाभर के कई बड़े देश शिरकत करेंगे। मेहमानों का आना शुरु हो गया। बता दें कि दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में इस बैठक को आयोजित किया जा रहा है।

भारत मंडपम को एक भव्य रूप दिया गया है। इस सम्मेलन में सरकारी की ओर से पूरी कोशिश की जा रही है कि वह बदलते और नए भारत को उनके सामने रख सके। यही कारण है कि सम्मेलन में विभिन्न प्रकार की प्रदर्शनियां लगाई जा रही है। इन प्रदर्शनियों के माध्यम से देश के तकनीकी शक्ति और नवीनता को प्रदर्शित किया जाएगा। इसके साथ और क्या कुछ खास है एक नजर डालते हैं।

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G20 Summit 2023

1. कल्चरल कॉरिडोर

कल्चरल कॉरिडोर (Culture Corridor)  में मेहमानों को  हर देश की सांस्कृतिक विरासत को एक साथ एक जगह देखने को मिलेगा। बता दें कि 10 हजार वर्ग फुट के मंडपम के करीब 30% हिस्से में इस कॉरिडोर को तैयार किया गया है।

जिसके तहत 20 देशों के अलावा आमंत्रित 9 देशों से उनकी सांस्कृतिक महत्व और पहचान को प्रदर्शित किया जाएगा। आसान भाषा में इसे ऐसे समझ सकते हैं कि भारत की संस्कृति और विरासत की झलक देखने को तो मिलेगा ही साथ में 29 देशों के फिजिकल और डिजिटल फॉर्म में उनकी पहचान, सांस्कृतिक विरासत और लोकतंत्र से जुड़ी चीजें भी प्रदर्शित की जाएंगी।

2. डिजिटल इंडिया एक्सपीरियंस जोन

डिजिटल इंडिया एक्सपीरियंस जोन (Digital India Experience Zone), हॉल 4 और हॉल 14 में स्थापित किया जा रहा है। यह जोन विदेशी मेहमानों को हमारे देश के कार्यान्वित की जा रही प्रौद्योगिकी  शक्ति को और करीब से जानने का मौका देगा।

यह ज़ोन डिजिटल इंडिया की महत्वपूर्ण पहलुओं  के बारे में अहम जानकारी प्रदान करेगा। इसके तहत आधार, डिजीलॉकर, यूपीआई, ईसंजीवनी, दीक्षा, भाषिनी, ओएनडीसी, आस्क गीता शामिल हैं। जान लें कि आस्क गीता – मार्गदर्शन, प्रेरणा, परिवर्तन और कार्रवाई – भगवद गीता के प्राचीन ज्ञान को अत्याधुनिक एआई तकनीक के साथ जोड़ा गया है। इस जोन में MyGov, CoWIN, UMANG, JanDhan, e NAM, GSTN, FastTag और सरकार की ऐसी अन्य पहल भी शामिल होंगी।

3.RBI का पवेलियन

इस खास मौके पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया भी अपना दमखम दिखाने को तैयार है। भारत मंडपम में आरबीआई की ओर से शानदार पैवेलियन तैयार कर किया गया है। जानकारी के अनुसार आरबीआई अपने पैवेलियन में फाइनेंशियल सेक्टर में  नए वित्तीय प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन करेगा। बता दें कि इसमें विशेष रूप से  e-RUPI पर फोकस रखा जाएगा। बैंक का फोकस ग्रामीण क्रेडिट को बढ़ाने पर भी होगा।

इसके लिए पब्लिक टेक प्लेटफॉर्म (PTP) का भी प्रदर्शन होगा। इतना ही नहीं सभी मेहमानों को किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) और डेयरी लोन के आसान लोन अप्रूवल से रूबरू करवाया जाएगा। बात करें विदेशी मेहमानों के पेमेंट मेथड की तो सभी विदेशी मेहमानों को भारत में बिना खाते के भी यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस यानी यूपीआई के जरिए पेमेंट करने की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।

4.पेमेंट सिस्टम

यूपीआई वन वर्ल्ड विदेशी यात्रियों के लिए डिज़ाइन किया गया यूपीआई है। यह उन  विदेशी यात्रियों के लिए मददगार होगा जिनका भारत में अकाउंट नहीं है। इसकी मदद से विदेशी नागरिक भारत में रहने के दौरान आसानी से और सुरक्षित भुगतान  कर पाएंग। इसके लिए  यूपीआई से जुड़ा प्रीपेड भुगतान उपकरण खोला जा सकता है। जान लें कि सभी विदेशी प्रतिनिधियों को यूपीआई वन वर्ल्ड से जोड़ा जाएगा। इसके लिए पहले उन्हें 2000 रुपये जमा करने होंगे। जिसका वह अपनी मर्जी से इस्तेमाल कर पाएंगे।

5. क्राफ्ट बाजार

इस सम्मेलन में देश के अलग- अलग संस्कृति को दिखाने के लिए  ‘शिल्प बाजार’  भी लगाया जाएगा। यह बाजार भारत मंडपम में हॉल नंबर 3 में लगाया जा रहा। जहां देश के विभिन सदियों पुरानी कलात्मकता और परंपराओं को प्रदर्शित किया जाएगा। इस बाजार में विदेशी मेहमानों को हमारे देश के हर कोने और राज्य की खास संस्कृति और कलाकृतियां पेश की जाएंगी।

इस बाजार को भारत सरकार की ‘एक जिला एक उत्पाद'(One District One Product) जैसी पहल के तहत सजाया जा रहा है। इसके तहत उत्तर भारत-North India (फुलकारी कढ़ाई से बनी चीजें जैसे दुपट्टे, साड़ी, कुर्ते और बैग आदी),  पूर्व भारत-East India (मधुबनी पेंटिंग, बनारसी साड़ी और ब्रोकेड डिजाइन, कांथा कढ़ाई आदि), नॉर्थ ईस्ट-North East  (Kauna Craft आदि) , दक्षिण भारत -South India से लेकर पश्चिम भारत-West India की झलक दिखेगी। लगभग 30 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के साथ-साथ खादी ग्राम और उद्योग आयोग, ट्राइफेड आदि जैसी केंद्रीय एजेंसियां शिल्प बाजार में भाग लेंगी।

बता दें कि  9 और 10 सितंबर को बैठक होनी है। चुकी भारत के लिए यह बहुत अहम पल है इसलिए सरकारी की ओर से कोई कसर नहीं छोड़ा जा रहा है। सुरक्षा से लेकर साफ-सफाई संस्कृती हर पहलू पर पूरा जोर दिया जा रहा है।

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